उज्जैन: रविवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से राजस्थान के बीकानेर जा रही बिलासपुर-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने से खलबली मच गई। ट्रेन की तेज रफ्तार के बीच आग की लपटें इतनी ऊंची उठने लगीं कि यह दृश्य देखकर यात्रियों के बीच डर और हड़कंप फैल गया। हालांकि, गनीमत यह रही कि ट्रेन के गार्ड की समय पर नजर पड़ी और उसने ट्रेन को उज्जैन के तराना में रोक लिया। इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने आग लगे कोच को अलग कर बाकी ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया।
आग का कारण
आग ट्रेन के जेनरेटर कोच में लगी थी, जो एसएलआर (सामान्य और यात्री डिब्बे) बोगी के रूप में था। इस हादसे में न तो किसी यात्री की जान गई, न ही कोई गंभीर नुकसान हुआ। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, घटना उस वक्त हुई जब ट्रेन कालीसिंध ब्रिज से गुजर रही थी। आग लगने के बाद, गार्ड ने तुरंत ट्रेन के पायलट से संपर्क किया और ट्रेन को रोकने के लिए आदेश दिया। इसके बाद रेलवे कर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया।
ट्रेन को अलग किया गया
ट्रेन को रोकने के बाद, अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और एसएलआर कोच में लगी आग के बाद उसे अन्य बोगियों से अलग कर दिया। बाकी ट्रेन को तराना स्टेशन से आगे के लिए रवाना किया गया। इस घटना के बाद रेलवे ने पूरी घटना की जांच के आदेश दिए हैं ताकि यह पता चल सके कि आग कैसे लगी। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण माना जा रहा है।
घटना के बाद, रेलवे की ओर से सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया। स्थानीय पुलिस और रेलवे कर्मचारियों की त्वरित मदद से आग पर काबू पाया गया और किसी प्रकार की जनहानि से बचा गया। इस घटना की जानकारी देने के लिए “रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है और ट्रेन के बाकी हिस्से को सुरक्षित रूप से आगे भेज दिया गया है।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
इस घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें आग की लपटें आसमान छूते हुए दिखाई दे रही हैं। ये वीडियो यात्रियों और आम लोगों ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किए थे। वीडियो में साफ दिख रहा है कि ट्रेन के एसएलआर डिब्बे में आग लगी थी, और इसके बाद ट्रेन को रोकने के प्रयास किए गए। इन वायरल वीडियो ने घटना की गंभीरता को और अधिक उजागर किया, जिससे यात्रियों के बीच खलबली मच गई थी।
रेलवे की कार्रवाई और भविष्य की सावधानियां
रेलवे विभाग ने तुरंत इस घटना का संज्ञान लिया और जांच का आदेश दिया। घटना के कारणों का पता लगाने के साथ ही, इस बात की भी जांच की जा रही है कि आग किस वजह से लगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही सही कारणों का खुलासा होगा। इस हादसे के बाद रेलवे ने अन्य ट्रेन सेवाओं में भी सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।