Home » झारखंड के BIT सिंदरी में जूनियर और सीनियर छात्रों के बीच हिंसक झड़प, प्रशासन ने लिया सख्त कदम

झारखंड के BIT सिंदरी में जूनियर और सीनियर छात्रों के बीच हिंसक झड़प, प्रशासन ने लिया सख्त कदम

घटना के बाद संस्थान ने सभी प्रथम वर्ष के छात्रों को छात्रावास खाली करने का आदेश दिया है। पुलिस ने परिसर में गश्त बढ़ा दी है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

धनबाद: BIT सिंदरी (Birsa Institute of Technology, Sindri) में जूनियर (प्रथम वर्ष) और सीनियर (तृतीय वर्ष) छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद संस्थान प्रशासन ने सभी प्रथम वर्ष के छात्रों को छात्रावास खाली करने का आदेश दिया है। इस घटना में तीन प्रथम वर्ष के छात्रों को चोटें आई हैं।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
संस्थान के मेस में एक गर्म बहस के बाद एक प्रथम वर्ष के छात्र ने कुछ बाहरी लोगों की मदद से एक तृतीय वर्ष के छात्र की पिटाई कर दी। इसके बाद स्थिति बिगड़ गई और दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। हमले में तीन जूनियर छात्रों को चोटें आईं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिनमें छात्रों को लाठी, डंडे और हॉकी बैट से हमला करते हुए देखा गया। कुछ वीडियो में वाहनों और मेस की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाते हुए दिखाया गया।

प्रशासनिक और पुलिस कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद संस्थान के निदेशक डॉ. पंकज राय के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने रात 8:30 बजे के आसपास मौके पर पहुंचकर दोनों समूहों को अलग किया और घायलों को अस्पताल भेजा। डॉ. राय ने बताया कि घटना की जांच के लिए संस्थान और पुलिस दोनों स्तरों पर अलग-अलग समितियां गठित की गई हैं। “वीडियो फुटेज और अन्य साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

छात्रावास खाली करने का आदेश
घटना के बाद संस्थान ने सभी प्रथम वर्ष के छात्रों को छात्रावास खाली करने का आदेश दिया है। हालांकि, संस्थान प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अस्थायी व्यवस्था है और छात्रों को जल्द ही वापस बुलाया जाएगा। पुलिस ने परिसर में गश्त बढ़ा दी है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

भविष्य की कार्रवाई
संस्थान के निदेशक डॉ. पंकज राय ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी।

Related Articles