चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने 22 मार्च को हरियाणा के सात जिलों में बिहार दिवस कार्यक्रम आयोजित करने का ऐलान किया है। इस आयोजन का उद्देश्य हरियाणा में रहने वाले बिहार मूल के लाखों लोगों को एकजुट करना और उन्हें पार्टी के साथ जोड़ना है। बिहार दिवस के इस कार्यक्रम में भाजपा के राज्य स्तरीय नेता शामिल होंगे, ताकि बिहार के लोगों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि पार्टी उनके सुख-दुख में बराबर की साझीदार है।
भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा
हरियाणा भाजपा का यह कदम बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। भाजपा को उम्मीद है कि इस कार्यक्रम से उन्हें बिहार चुनाव में फायदा हो सकता है। बिहार दिवस के तहत कार्यक्रमों का आयोजन प्रदेश के सात जिलों में किया जाएगा, जिनमें यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत और सोनीपत जिले शामिल हैं।
हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ने किया कमेटियों का गठन
हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने इस आयोजन के लिए प्रदेश और जिला स्तर पर समितियों का गठन किया है। राज्य समिति की संयोजक डॉ. अर्चना गुप्ता को बनाया गया है, जबकि पवन यादव, राजकुमार कटारिया और वेद पाराशर को सह संयोजक नियुक्त किया गया है। जिलेवार समिति प्रमुखों का चयन भी किया गया है, जिनमें यमुनानगर के लिए कृष्ण सिंगला, कुरुक्षेत्र के लिए रवि बतान, करनाल के लिए बृज गुप्ता, गुरुग्राम के लिए कमल यादव, फरीदाबाद के लिए राजकुमार वोहरा, पानीपत के लिए चंदन मिश्रा और सोनीपत के लिए पार्षद निरंजन को प्रमुख बनाया गया है।
बिहार की संस्कृति को बढ़ावा
इस कार्यक्रम में बिहार की संस्कृति को लोकगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से मनाया जाएगा, जिससे समाज में एकजुटता और समरसता का संदेश जाएगा। यह आयोजन 22 मार्च 1912 को बिहार के राज्य बनने की तारीख के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बिहार को बंगाल प्रांत से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा मिला था।
भाजपा के लिए एक रणनीतिक अवसर
इस आयोजन का उद्देश्य उन बिहार मूल के लोगों को पार्टी के साथ जोड़ना है, जो बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों में मतदान करने जाएंगे। इस कार्यक्रम से भाजपा को अपने पक्ष में माहौल बनाने का एक और मौका मिल सकता है, खासकर जब यह लोग मतदान करते समय भाजपा के प्रति सम्मान और प्रेम को महसूस करेंगे।