रांची: जेपीएससी द्वारा 11 महीने की देरी के बाद जारी किए गए मुख्य परीक्षा परिणाम पर भाजपा ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में आयोग की कार्यप्रणाली पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि परिणाम बिना श्रेणीवार विवरण के जारी किया गया है, जिससे पारदर्शिता और आरक्षण के अनुपालन को लेकर संदेह पैदा हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जेपीएससी का यह परिणाम किसी लॉटरी की तरह प्रतीत होता है जिसमें यह स्पष्ट नहीं है कि एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और अन्य आरक्षित वर्गों को उनका तय कोटा मिला या नहीं। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा 19 दिसंबर 2023 को लागू किए गए झारखंड कंबाइंड सिविल सर्विस एग्जामिनेशन रूल्स 2023 में यह स्पष्ट प्रावधान है कि हर श्रेणी के ढाई गुना अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा और श्रेणीवार कट ऑफ मार्क्स जारी किया जाएगा।
गड़बड़ी की जताई आशंका
भाजपा प्रवक्ता ने जेपीएससी से मांग की कि वह तत्काल श्रेणीवार परिणाम जारी करे ताकि अभ्यर्थियों को उनकी स्थिति स्पष्ट हो सके और सिस्टम में विश्वास बना रहे। उन्होंने आशंका जताई कि कहीं ऐसा तो नहीं कि इस बार भी बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों का झारखंड के हक पर कब्जा हो गया है। प्रतुल ने राज्य सरकार से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप कर जेपीएससी को पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग की। प्रेस वार्ता में भाजपा सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाइक भी मौजूद रहे।