रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हालिया विदेश दौरे को लेकर राज्य की राजनीति में घमासान मच गया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस दौरे पर कड़ा हमला बोलते हुए इसे “केवल कैमरा एक्सपोजर और पर्यटन की योजना” करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि यह दौरा पूरी तरह से करदाताओं के पैसे की बर्बादी है, और इसका राज्य के औद्योगिक निवेश से कोई वास्ता नहीं है।
निवेश के नाम पर विदेश यात्रा, लेकिन उद्योग मंत्री ही नदारद!
शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रतुल शाहदेव ने तीखे शब्दों में कहा, “मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिन देशों – स्पेन और स्वीडन – का दौरा कर रहे हैं, वे पर्यटन के लिए प्रसिद्ध हैं। साल 2024 में इन देशों में 13 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे थे, और लगता है कि अब मुख्यमंत्री और उनकी टीम इस संख्या में बढ़ोतरी करने निकले हैं।”
प्रतुल ने यह भी कहा कि यह पूरी यात्रा औद्योगिक निवेश के नाम पर की जा रही है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस प्रतिनिधिमंडल में झारखंड के उद्योग मंत्री को ही शामिल नहीं किया गया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “यह तो वही बात हो गई जैसे बारात तो निकल गई, लेकिन दूल्हे को ही घर में छोड़ दिया गया।”
करदाताओं के पैसे से मौज-मस्ती का आरोप
प्रतुल शाहदेव ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का यह विदेश दौरा जनता की गाढ़ी कमाई को बिना सोच-समझ के खर्च करने जैसा है। उन्होंने कहा कि “इस दौरे का वास्तविक उद्देश्य राज्य में निवेश लाना नहीं, बल्कि सरकारी पैसों पर घूमना-फिरना और विदेश यात्रा का आनंद लेना है।” उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि अगर यह दौरा उद्योग निवेश के उद्देश्य से हो रहा है, तो उद्योग से संबंधित अधिकारी और मंत्री ही इसमें क्यों नहीं हैं?