- BSL प्रबंधन पर लाठीचार्ज का आरोप, जल संकट की आशंका
बोकारो : बोकारो स्टील लिमिटेड (BSL) के प्रशासनिक भवन के समक्ष पुलिस लाठीचार्ज में अप्रेंटिस प्रेम कुमार महतो की मौत के बाद विस्थापितों का गुस्सा शुक्रवार को विस्फोटक रूप में सामने आया। जिलेभर में आहूत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। BSL के सभी गेट जाम कर दिए गए, जिससे प्लांट में आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। इसके साथ ही एनएच-23 (राष्ट्रीय राजमार्ग) को पूरी तरह जाम कर दिया गया, जिससे यातायात बाधित हो गया।

प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और तेनु बोकारो नहर को काट डाला, जिससे जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। प्लांट के अंदर हालांकि कामकाज चलता रहा, लेकिन दिहाड़ी मजदूरों को प्रवेश नहीं मिल सका, जिससे रोजी-रोटी की समस्या सामने आ गई।

लाठीचार्ज से भड़की हिंसा, अप्रेंटिस की मौत के बाद बेकाबू हुआ प्रदर्शन
बीएसएल के प्रशासनिक भवन के समक्ष अप्रेंटिस संघ द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर गुरुवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें प्रेम कुमार महतो की मौत हो गई और कई अन्य प्रदर्शनकारी घायल हुए। इस घटना ने पूरे बोकारो में आक्रोश की लहर दौड़ा दी।
आजसू पार्टी द्वारा बुलाए गए बंद को कांग्रेस व जेएलकेएम जैसे दलों का भी समर्थन मिला। आजसू जिलाध्यक्ष ने कहा कि विस्थापितों के साथ अन्याय हुआ है, प्रशिक्षित स्थानीय युवाओं को दरकिनार कर बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रबंधन और प्रशासन की आपात बैठक, जांच समिति गठित, गिरफ्तारी का आदेश

घटना के बाद उपायुक्त विजया जाधव ने देर रात आपात बैठक बुलाई, जिसमें बीएसएल के ईडी, पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी, डीआईजी सीआईएसएफ, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, चास अनुमंडल पदाधिकारी प्रांजल ढांडा सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक में घटना की गंभीरता को देखते हुए बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम-एचआर) हरिमोहन झा को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया।
तीन सदस्यीय जांच समिति करेगी घटना की जांच
उपायुक्त विजया जाधव ने मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इस कमेटी की अध्यक्षता चास एसडीओ प्रांजल ढांडा करेंगी। अन्य दो सदस्य नगर डीएसपी और कार्यदण्डाधिकारी जया कुमारी होंगी। समिति को सभी वीडियो फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर रिपोर्ट शीघ्र सौंपने का निर्देश दिया गया है।

प्रबंधन ने मानी विस्थापितों की मांगें, मृतक के परिजनों को 20 लाख और नौकरी का वादा
घटना के बाद बीएसएल प्रबंधन ने विस्थापित अप्रेंटिसों की सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया है।
मृतक प्रेम कुमार महतो के परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी।
घायल प्रदर्शनकारियों को बीजीएच में मुफ्त इलाज और 10 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।
ट्रेनिंग पूरी कर चुके सभी अप्रेंटिस विस्थापितों की स्थायी नियुक्ति के लिए 21 दिन में पद चिह्नित कर 3 महीने में प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रत्येक माह की 15 तारीख को जिला नियोजन पदाधिकारी और अपर समाहर्ता के साथ लंबित मामलों पर चर्चा होगी।
जिला प्रशासन की अपील
बढ़ते तनाव को देखते हुए उपायुक्त विजया जाधव और एसपी मनोज स्वर्गियारी ने जिलेवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के हित में न्यायसंगत समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही यह भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।