बोकारो : झारखंड के बोकारो जिले में विस्थापित युवक की मौत के बाद उत्पन्न स्थिति और बोकारो बंद को लेकर प्रशासन ने शुक्रवार रात सख्त कदम उठाया। डीसी विजय यादव के नेतृत्व में हुई वार्ता विफल रहने के बाद बोकारो विधायक श्वेता सिंह को हिरासत में लिया गया। बीएसएल गेट के सामने धरने पर बैठी श्वेता सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बोकारो स्टील प्लांट का गेट खोल दिया। इसके बाद 30 घंटे से फंसे कर्मियों को बाहर निकाला गया, जिससे प्लांट में कर्मचारियों का आवागमन फिर से शुरू हो सका।
पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी
बोकारो डीसी विजया जाधव और एसपी मनोज स्वर्गियारी ने जिलेवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और पुलिस प्रशासन का हर संभव सहयोग करें। चास एसडीओ प्रांजल ढांडा ने भी अनुमंडल क्षेत्र में बीएनएसएस की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया है, जिसके तहत प्रदर्शन के 24 घंटे बाद पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर रोक रहेगी।
झड़प के बाद तनाव, स्थिति नियंत्रण में
इधर, सेक्टर 9 में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के बीच बंद समर्थकों से देर रात झड़प हो गई। इस झड़प में लगभग आधा दर्जन युवक घायल हो गए। हालांकि, पुलिस की कार्रवाई के बाद स्थिति नियंत्रण में आई है, लेकिन तनाव का माहौल अभी भी बना हुआ है।
विधायक श्वेता सिंह और जयराम महतो की प्रतिक्रिया
बोकारो विधायक श्वेता सिंह ने कहा कि वार्ता में प्रशासन पहले जैसा टालमटोल करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन हमनें इसे नकार दिया है। उन्होंने अपनी पहली मांग दोहराई कि बोकारो स्टील प्लांट के लिए भूमि देने वाले 1500 अप्रेंटिस को नियोजन दिया जाए और मृतक के परिवार को मुआवजा एवं नियोजन मिले। वहीं, डुमरी विधायक जयराम महतो ने बताया कि वार्ता काफी देर तक चली, और डीसी ने अधिकारियों से बात करके वार्ता को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य विस्थापितों को न्याय दिलाना है।