संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना हुई है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस घटना का वीडियो भी अब चर्चा का विषय बन गया है, जिसमें एक तेज रफ्तार बोलेरो मोटरसाइकिल सवार को टक्कर मारने के बाद बाइक को बोनट में फंसाकर करीब 2 किलोमीटर तक घसीटती हुई जाती है। इस हादसे ने न केवल स्थानीय लोगों को हैरान किया, बल्कि सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों को लेकर भी कई सवाल खड़े किए हैं।
घटना का वीडियो हो रहा सोशल मीडिया पर वायरल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक बोलेरो वाहन मोटरसाइकिल को टक्कर मारने के बाद उसे बोनट में फंसा कर सड़क पर घसीटती हुई जाती है। वीडियो में वाहन से निकलती चिंगारियां और सड़क पर घिसटते हुए बाइक सवार को देखा जा सकता है, जो दृश्य बेहद खौफनाक और दर्दनाक है। इस वीडियो को एक अन्य वाहन चालक ने अपनी गाड़ी से रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जहां से यह वायरल हो गया।
बीजेपी का स्टीकर और ग्राम प्रधान का नाम
घटनास्थल पर स्थित बोलेरो वाहन पर बीजेपी का स्टीकर और ग्राम प्रधान का नाम लिखा हुआ था, जो इस मामले को और भी ज्यादा संदेहास्पद बना रहा है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह वाहन किसी प्रमुख व्यक्ति या पदाधिकारी से संबंधित था या फिर यह महज एक संयोग था।
बाइक घिसटने से निकल रही थी सड़क से चिंगारियां
बताया जा रहा है कि बाइक सवार युवक रविवार शाम को अपनी बाइक से घर लौट रहा था। जब वह असमोली बाइपास पर वाजिदपुरम के पास पहुंचा, तो मुरादाबाद की ओर से आ रही तेज रफ्तार बोलेरो ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद बाइक बोलेरो के बोनट में फंस गई और युवक घिसटता हुआ लगभग 2 किलोमीटर तक सड़क पर चलता चला गया। इस दौरान दोनों वाहन काफी तेज रफ्तार में थे, जिससे सड़क पर चिंगारियां भी निकल रही थीं। यह दृश्य न केवल भयावह था, बल्कि सड़क सुरक्षा के मामलों को लेकर गंभीर सवाल भी उठाता है।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई, और युवक को तत्काल अस्पताल भेजा गया। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अभी यह भी पता नहीं चल पाया है कि बाइक सवार युवक की स्थिति क्या है और वह पूरी घटना में किस हद तक घायल हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस दौरान यह सवाल उठता है कि इस प्रकार की लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन है।
सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की अवहेलना
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन न केवल जरूरी है, बल्कि यह जीवन की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वे सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाएंगे और ऐसे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी उपायों की योजना बनाएंगे।
संभल जिले का यह हादसा प्रदेश में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। एक ओर जहां यह घटना लापरवाह ड्राइविंग और ट्रैफिक नियमों की अवहेलना को उजागर करती है, वहीं दूसरी ओर यह भी दिखाता है कि सड़कों पर हो रही दुर्घटनाओं में अक्सर वाहनों की गति और असावधानी मुख्य कारण होते हैं। इस घटना से यह साफ है कि अगर प्रशासन और नागरिक मिलकर सड़क सुरक्षा पर ध्यान नहीं देंगे तो ऐसे हादसे और भी बढ़ सकते हैं।