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XLRI कैंपस में विशाल-शेखर की म्यूजिकल परफॉर्मेंस: गानों पर जमकर थिरके स्टूडेंट्स…

बॉलीवुड सिंगर व कंपोजर विशाल–शेखर की जोड़ी ने XLRI के स्टूडेंट्स को अपनी म्यूजिक के ताल पर जमकर नचाया।

by Dr. Brajesh Mishra
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जमशेदपुर एक्सएलआरआई के एनसेंबल वलहल्ला में बालीबुड के संगीतकार व गायक विशाल शेखर की जाेड़ी ने देर रात तक ऐसा समा बांधा कि एक्सएलर्स जमकर झूमें। इस कार्यक्रम के तीसरे व अंतिम दिन साेमवार की शाम बॉलीवुड के गीतकार विशाल और शेखर के नाम रही।

कैंपस के फुटबाॅल ग्राउंड में इस जोड़ी ने अपनी गायिकी का ऐसा जादू बिखेरा कि मैदान में जुटे 7 हजार से अधिक युवा थिरकते रहे। दोनों ने दस बहाने कर के ले गए दिल…, एक मैं और एक तू…, डिस्को दीवाने, ओम शांति ओम…, बलम पिचकारी… जैसे बॉलीवुड सॉन्ग पेश किया। उन्होंने जब झूमे जो पठान… गाना शुरू किया तो देर रात तक युवा झूमते रहे। शाम करीब सात बजे विशाल ददलानी और शेखर रावजियानी की जाेड़ी स्टेज पर चढ़ी और देखो-देखो है शाम बड़ी दीवानी, धीरे धीरे बन जाए न कोई कहानी… से कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद दोनों कलाकारों ने अपनी कला से शाम को ऐसा सजाया कि मैदान में जो जहां था, वहीं थिरकता रहा। हर एक प्रस्तुति पर एक्सएलआरआई के छात्र भी हाथ उठाकर उत्साह बढ़ाते रहे।

अंतिम दिन आयाेजित हुए कई कार्यक्रम:

एनसेंबल वलहल्ला के दूसरे दिन कई कार्यक्रम आयाेजित हुए। इसमें स्पाेर्ट्स के साथ ही व्याख्यानमाला का भी आयाेजन किया गया। इसमें देश में व्यापर की संभावनाओं पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। वहीं शाम में छात्राें की ओर से खाने पीने के कई स्टाॅल लगाए गए। जहां लाेगाें व छात्राें ने जमकर खरीदारी की।

लाेगाें की रही भारी भीड़

अंतिम दिन के कार्यक्रम में विशाल शेखर की जाेड़ी काे सुनने के लिए एक्सएलआरआई में हजाराें की संख्या में लाेग पहुंचे। पास से इंट्री मिलने के बाद भी लाेगाें की लाईन कार्यक्रम में शामिल हाेने की गेट पर पर करीब 300 मीटर लंबी लाइन देखन काे मिली। इसे नियंत्रित करने के लिए काॅलेज प्रबंधन काे पुलिस बुलानी पड़ी थी।

यहां आना खूबसूरत एहसास: विशाल

वहीं एक्सएलआरआई के एनसेंबल वलहल्ला में शामिल हाेने पहुंचे विशाल शेखर ने कहा कि जमशेदपुर आना उनके लिए एक सुखद अनुभव है। यहां का माहाैल शानदार था। खासकर जिस प्रकार से लाेगाें ने रिस्पांस दिया वह देखने लायक था। काई भी कलाकार दर्शकाें से इसी प्रकार के प्यास की उम्मीद करता है। जाे आज हमें मिला। शहर व और यहां माैसम बेहद खुशगंवार है। जिस टाटा से हम इतना प्यास करते हैं उनके शहर में आना किसे नहीं अच्छा लगेगा। उन्हाेंने कहा कि बालीबुड काे हमशा हिंदी बेल्ट के लाेगाें का प्यार मिला है। इस बार व्यस्त कार्यक्रम की वजह से शहर घुमने का समय नहीं मिला। लेकिन अगली बार जब हम आएंगे, ताे इस खूबसूरत शहर काे घूमकर देखेंगे।

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