तिरुवनंतपुरम : केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद वहां अफरातफरी मच गई। मंगलवार दोपहर को पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) को एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए कलेक्ट्रेट को खाली करवा लिया गया।
सुरक्षा जांच के दौरान मधुमक्खियों का हमला
धमकी मिलने के बाद कलेक्ट्रेट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई और सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया गया। साथ ही बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉयड की टीमें भी मौके पर भेजी गईं ताकि इमारत की गहन तलाशी ली जा सके। लेकिन सुरक्षा जांच के दौरान एक और अप्रत्याशित मुसीबत सामने आई। कलेक्ट्रेट के पिछवाड़े में स्थित मधुमक्खियों के कई छत्तों से एक बड़ा झुंड अचानक बाहर आ गया और लोगों पर हमला कर दिया।
मधुमक्खियों का हमला इतना गंभीर था कि बम निरोधक दस्ते को जांच रोकनी पड़ी और कई लोग घायल हो गए। घायलों में कलेक्टर, सब-कलेक्टर, पुलिसकर्मी, मीडिया प्रतिनिधि और अन्य प्रशासनिक कार्यों से आए लोग शामिल थे। पुलिस ने पुष्टि की कि धमकी के बाद इमारत में मौजूद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें केएसआरटीसी बसों के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। इसके अलावा, मधुमक्खियों के डंक से घायल हुए लोगों को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
पथानामथिट्टा कलेक्ट्रेट में भी बम की धमकी
यह घटना तिरुवनंतपुरम कलेक्ट्रेट तक ही सीमित नहीं रही। इससे पहले दिन में पथानामथिट्टा कलेक्ट्रेट को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। धमकी भरा ईमेल जिला कलेक्टर के आधिकारिक पते पर भेजा गया था। ईमेल में अफजल गुरु की फांसी के विरोध में बम लगाने की चेतावनी दी गई थी। साथ ही, आरडीएक्स विस्फोट की धमकी भी दी गई थी और कर्मचारियों को तत्काल कलेक्ट्रेट छोड़ने के लिए कहा गया था।
यह धमकी सुबह 6:48 बजे एक व्यक्ति आसिफ गफूर द्वारा भेजी गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने तुरंत इस बात की सूचना विशेष शाखा को दी। सुरक्षा के मद्देनजर बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉयड ने कलेक्ट्रेट के सभी कार्यालयों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को बाहर निकाला। इसके बाद गहन तलाशी ली गई, लेकिन किसी प्रकार का विस्फोटक नहीं मिला।
सुरक्षा जांच और स्थिति का नियंत्रण
कलेक्ट्रेट के भीतर सुरक्षा जांच जारी रही, जबकि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी स्थिति का नियंत्रण कर रहे थे। मधुमक्खियों के हमले की घटना ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया, लेकिन पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
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