पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर छात्रों और विभिन्न संगठनों के विरोध के बावजूद परीक्षा रद्द नहीं की गई। हालांकि, बीपीएससी ने पटना के बापू सभागार सेंटर में आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया था। अब, इस परीक्षा की पुनर्परीक्षा पटना के 22 केंद्रों पर आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा में कुल 12,000 परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं। छात्रों के विरोध और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पुनर्परीक्षा का आयोजन
आज दोपहर 12 बजे से पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी की पुनर्परीक्षा की शुरुआत हुई। इनमें पटना में 15 केंद्र, पटना सिटी में 4 केंद्र और दानापुर में 3 केंद्र शामिल हैं। इस पुनर्परीक्षा में कुल 12,000 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षार्थियों के प्रवेश का समय सुबह 9:30 बजे से लेकर 11 बजे तक निर्धारित किया गया है। पुनर्परीक्षा के दौरान यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि परीक्षा पूरी तरह से शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त हो।
छात्रों का विरोध और सुरक्षा व्यवस्था
बीपीएससी की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्र और विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। विपक्षी दलों और कोचिंग संचालकों ने भी 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग की है। इन विरोधों को ध्यान में रखते हुए पटना के परीक्षा केंद्रों के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पुलिस ने छात्रों के विरोध को नियंत्रित करने के लिए 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की है। यह निषेधाज्ञा आज सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान परीक्षा केंद्रों के आसपास स्थित फोटो स्टेट और साइबर कैफे की दुकानों को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही, पटना में 24 स्टैटिक मजिस्ट्रेट सह प्रेक्षक, 22 जोनल मजिस्ट्रेट और 7 उड़नदस्ता दल की प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह के कदाचार को रोका जा सके।
परीक्षा के दौरान प्रतिबंध
पुनर्परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के लिए कई नियम और प्रतिबंध तय किए गए हैं। परीक्षार्थियों को मोबाइल, ब्लूटूथ डिवाइस, वाई-फाई गैजेट्स, इलेक्ट्रॉनिक पेन, कलाई घड़ी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। अगर किसी छात्र ने इन नियमों का उल्लंघन किया, तो उसकी उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है।
प्रशांत किशोर का अनशन
बीपीएससी छात्रों के समर्थन में समाजसेवी और जन आंदोलनकर्मी प्रशांत किशोर ने भी आमरण अनशन शुरू किया हुआ है, जो लगातार तीसरे दिन भी जारी है। आज की सुबह उन्होंने गांधी जी के प्रसिद्ध भजन “रघुपति राघव राजा राम” से दिन की शुरुआत की। उनके अनशन से छात्रों के मुद्दे को और भी बल मिला है, और इसने राज्य सरकार और बीपीएससी पर दबाव बढ़ाया है।