गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की भतीजी ज्योति मरांडी से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर रिश्वत की मांग की गई। इस मामले ने प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
एसडीएम ने मामले को गंभीरता से लिया
खोरी महुआ अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) अनिमेष रंजन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत संज्ञान लिया है। उन्होंने आरोपी अधिवक्ता उदित कुमार अम्बष्ठ के खिलाफ कार्रवाई के लिए बार एसोसिएशन को पत्र लिखा है। एसडीएम ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि तिसरी निवासी राधे श्याम मरांडी से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर पांच हजार रुपये की मांग की गई है।
अधिवक्ता पर रिश्वत मांगने का आरोप
एसडीएम ने बताया कि यह मांग अनुमंडल न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता उदित कुमार अम्बष्ठ की ओर से की गई थी, जो एक गंभीर मामला है। उन्होंने झारखंड राज्य बार काउंसिल को पत्र लिखकर अधिवक्ता के खिलाफ गैर-विधिक कार्यों में संलिप्त होने और आम नागरिकों से अनुचित तरीके से धन मांगने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
बाबूलाल मरांडी की भतीजी को बनवाना था जन्म प्रमाण पत्र
बाबूलाल मरांडी के भाई राधेश्याम मरांडी की बेटी ज्योति मरांडी को अपना जन्म प्रमाण पत्र बनवाना था। उन्होंने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया था, इसलिए वह अनुमंडल कार्यालय पहुंचीं। वहां उन्होंने शपथ पत्र बनवाने के लिए परिसर में बैठे अधिवक्ता उदित कुमार अम्बष्ठ से बात की।
पांच हजार रुपये की मांग
राधेश्याम मरांडी और ज्योति मरांडी ने बताया कि जब उन्होंने अधिवक्ता से जन्म प्रमाण पत्र ऑनलाइन करवाने के लिए कहा, तो उन्होंने पांच हजार रुपये की मांग की और कहा कि केवल पैसे और कागजात देने पर सारा काम हो जाएगा। हालांकि, ज्योति मरांडी ने केवल शपथ पत्र बनवाने की इच्छा जताई और बाकी काम खुद करने की बात कही। इस पर अधिवक्ता ने सरकारी व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि “कहां दौड़ियेगा, पैसा दे दीजिए, बाकी काम होने के बाद कुछ और लगेगा”।
ज्योति मरांडी ने भ्रष्टाचार पर जताई चिंता
बाबूलाल मरांडी की भतीजी ज्योति मरांडी ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह से प्रदेश में भ्रष्टाचार हावी है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।