सेंट्रल डेस्क : पूरी दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के फायदों और नुकसानों पर चर्चा हो रही है। जहां AI की मदद से विकास की नई राहें खुल रही हैं, वहीं इसके दुरुपयोग के संभावित खतरों को नजरअंदाज करना भी एक गंभीर मुद्दा है। इसी संदर्भ में ब्रिटेन ने एक महत्वपूर्ण और साहसिक कदम उठाया है। ब्रिटेन दुनिया का पहला देश बन गया है, जिसने AI के जरिए चाइल्ड एब्यूज कंटेंट (बच्चों के साथ यौन शोषण से संबंधित सामग्री) बनाने को अवैध करार दिया है।
नया कानून और सजा का प्रावधान
ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी यवेट कूपर ने इस नए कानून के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि AI की मदद से चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसी सामग्री बनाने, प्रसारित करने या साझा करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे। इस नए कानून के तहत दोषी पाए जाने वालों को 5 साल तक की सजा हो सकती है। यह कदम बच्चों के यौन शोषण से संबंधित अपराधों को रोकने और उनके ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
ब्रिटेन सरकार के अनुसार, यह कदम दुनिया भर में AI द्वारा उत्पन्न चाइल्ड एब्यूज कंटेंट के खिलाफ एक सख्त प्रतिक्रिया है, और इस तरह के सामग्री बनाने, उसका वितरण या उसे प्रोत्साहित करने वालों को कानूनी रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
AI पीडोफाइल मैनुअल बनाना भी गैरकानूनी
नए कानून के तहत AI पीडोफाइल मैनुअल को भी अवैध करार दिया गया है। यह मैनुअल एक तरह का गाइड होता है, जो लोगों को AI का उपयोग करके बच्चों के यौन शोषण के तरीकों को सिखाने का काम करता है। ब्रिटेन में इस प्रकार के मैनुअल तैयार करने, वितरित करने या उसे साझा करने वालों को भी 3 साल तक की सजा हो सकती है। यह कानून न केवल AI के दुरुपयोग को रोकने के लिए है, बल्कि यह बच्चों के खिलाफ होने वाले यौन शोषण को भी रोकने का एक गंभीर प्रयास है।
वेबसाइटों पर भी कड़ी नज़र
नए कानून में उन वेबसाइटों को भी शामिल किया गया है, जो बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी सामग्री साझा करती हैं या बच्चों को यौन शोषण के लिए तैयार करने के तरीके सिखाती हैं। ये वेबसाइटें भी नए कानून के तहत अपराधी मानी जाएंगी। ऐसे मामलों में साइट के संचालकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस कदम से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को अपने कंटेंट पर अधिक जिम्मेदारी लेने के लिए मजबूर किया जाएगा।
बच्चों के लिए खतरे से निपटने के उपाय
ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) ने मीडिया को जानकारी दी कि बच्चों को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए हर महीने करीब 800 गिरफ्तारियां की जाती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में करीब 8.40 लाख लोग ऐसे हैं, जो बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। ये लोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से बच्चों के खिलाफ अपराध करने की कोशिश करते हैं। इस आंकड़े के अनुसार, यह संख्या वयस्क आबादी का 1.6 प्रतिशत है। ऐसे में इस नए कानून के लागू होने से इन अपराधों को रोकने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।