नई दिल्ली: बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा था कि 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को अब टैक्स नहीं देना होगा। यह घोषणा देश के मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। हालांकि, इस फैसले पर पीएम नरेंद्र मोदी का पूरा समर्थन था, लेकिन इसे लागू करने में थोड़ा वक्त लगा, जो मुख्य रूप से नौकरशाहों को मनाने की प्रक्रिया में बीत गया।
वित्त मंत्री ने इस बारे में रविवार (02 फरवरी, 2025) को एक इंटरव्यू में विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने टैक्स कटौती के आइडिया का पूरी तरह से समर्थन किया था, लेकिन इस फैसले को लागू करने में मंत्रालय को कुछ अहम तैयारियों के लिए और समय चाहिए था।
प्रधानमंत्री का समर्थन, लेकिन प्रक्रिया को समझना था जरूरी
निर्मला सीतारमण ने कहा, “प्रधानमंत्री ने इस प्रस्ताव का पूरा समर्थन किया था और यह साफ तौर पर कहा था कि वह कुछ बड़ा बदलाव चाहते हैं, जो जनता के लिए फायदेमंद हो। लेकिन मंत्रालय को पहले यह महसूस करना था कि यह कदम सही दिशा में है और इसके बाद ही प्रस्ताव पर आगे बढ़ा जा सकता था। इस प्रक्रिया में बोर्ड को यह विश्वास दिलाना जरूरी था कि कर संग्रह में दक्षता आएगी और करदाताओं की आवाज पर गौर किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस फैसले को लेकर मंत्रालय ने विस्तार से काम किया था और पीएम मोदी ने इस पर किसी भी तरह का दबाव नहीं डाला। यह पूरी प्रक्रिया मंत्रालय की थी और प्रधानमंत्री का योगदान इसमें मार्गदर्शन देने का था।
मोदी की सबकी बात सुनने व समझने की शैली
निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री मोदी के काम करने के तरीके को भी सराहा। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी हमेशा लोगों की आवाज सुनते हैं और उनके विचारों को प्राथमिकता देते हैं। वह आदिवासी वर्ग से लेकर, समाज के सभी कमजोर तबकों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं को समझने के लिए प्रयास करते हैं। इसी तरह, प्रधानमंत्री ने टैक्स कटौती के विचार का समर्थन किया था और इसे लागू करने के लिए जरूरी कदम उठाए थे।”
उन्होंने प्रधानमंत्री के समावेशी दृष्टिकोण की तारीफ की, जिससे सरकार के फैसले सभी वर्गों के लिए फायदेमंद हो सके। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि यह सरकार ऐसे फैसले लेने के लिए प्रतिबद्ध है, जो सभी वर्गों को लाभ पहुंचाएं और हर नागरिक की आवाज को सुना जाए।
बजट 2025 की दिशा में प्रधानमंत्री की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट 2025 की सराहना करते हुए कहा था, “आमतौर पर बजट का फोकस इस पर होता है कि सरकारी खजाना कैसे भरा जाएगा, लेकिन इस बजट का फोकस इसके उलट है। यह बजट नागरिकों की जेब को भरने, उनकी बचत को बढ़ाने और उन्हें विकास में भागीदार बनाने पर है। यह बजट इन बुनियादी बातों पर मजबूत नींव रखता है।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान इस बात का इशारा करता है कि सरकार का उद्देश्य न सिर्फ आर्थिक विकास है, बल्कि आम नागरिकों को भी इसके लाभ में हिस्सेदार बनाना है।
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