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क्लेरिफिकेशन देने से वह कुछ और ही बन जाता हैः सांई पल्लवी

by Reeta Rai Sagar
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इंटरटेनमेंट डेस्कः एक्टर नागा चैतन्य और साईं पल्लवी बहुत जल्द अपनी आने वाली फिल्म ‘थंडेल’ में साथ दिखाई देंगे, जो 7 फरवरी, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है। हाल ही में, दोनों लीड कलाकारों ने ऑनलाइन ट्रोलिंग से निपटने के अपने अनुभवों के बारे में खुलकर बात की।

लोग दूसरों की जिंदगी में क्यों हस्तक्षेफ करते हैः सांई पल्लवी

एक इंटरव्यू में, चैतन्य ने ट्रोलिंग के शुरुआती अनुभवों के बारे में साझा करते हुए और कहा कि शुरुआत में यह उन्हें प्रभावित करता था। उन्होंने यह सवाल उठाया कि लोग दूसरों की ज़िंदगी में क्यों हस्तक्षेप करते हैं और यह भी बताया कि उन्होंने कैसे नकारात्मकता को नज़रअंदाज करने का निर्णय लिया।

उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा नहीं लगा कि मुझे किसी बात का जवाब देना चाहिए क्योंकि जो मैंने देखा है, वह यह है कि स्पष्टीकरण देने से वह कुछ और ही बन जाता है। यह एक निरंतर चक्र है। शुरूआत में मैंने इसका पूरा अंत करने की कोशिश की, लेकिन मुझे समझ में आया कि इसका कोई अंत नहीं है। यह लोगों के लिए मनोरंजन का विषय बन जाता है’।

थंडेल की शूटिंग के दौरान फिर शुहू हुआ पुराना मुद्दा

फिल्म की मुख्य अदाकारा साईं पल्लवी ने भी ट्रोलिंग के बारे में अपने अनुभव साझा किए, खासकर कश्मीर पर किए गए अपने पुराने बयान को लेकर। उन्होंने बताया कि ‘थंडेल’ की शूटिंग के दौरान अचानक यह मुद्दा फिर से सामने आ गया था। यह देखकर वह थोड़ी निराश हुईं। उन्होंने कहा, ‘कुछ दिन पहले “अमरन” के दौरान यह फिर से सामने आया, जबकि यह पहले ही कुछ साल पहले खत्म हो चुका था। मुझे लगा कि यह अब खत्म हो चुका है, तो यह फिर से कैसे हुआ?’

नागा चैतन्य ने दी सांई पल्लवी को सलाह

इस पर उन्होंने नागा चैतन्य से सहायता ली, जिन्होंने उन्हें समझाया कि ऐसे घटनाएं अक्सर जान-बूझकर फैलाई जाती हैं और उन्हें इससे न उलझने की सलाह दी। यह बातचीत उन्हें यह समझने में मददगार साबित हुई कि अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और बाहरी चीजों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘उसके बाद मुझे समझ में आया कि वह सही कह रहे थे, जब लोग थिएटर में फिल्म देखने आए।”

क्या है थंडेल की कहानी

बता दें कि ‘थंडेल’, चंदू मोंडेती द्वारा निर्देशित है, श्रीकाकुलम के एक मछुआरे की कहानी है, जो एक मछली पकड़ने की यात्रा के दौरान अनजाने में पाकिस्तान के जल क्षेत्र में पहुँच जाता है। यह फिल्म साहस और देशभक्ति के विषयों को दर्शाती है और नायक के संघर्षों को दिखाती है।

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