रांची: कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) की आधिकारिक वेबसाइट www.centralcoalfields.in को मंगलवार सुबह हैक किया गया। वेबसाइट पर ‘Hacked by Mr. Habib 404’ संदेश प्रदर्शित हुआ, जिसमें लिखा था, “You thought you were safe, but we are everywhere.” इसके साथ ही ‘Pakistan’s cyber have awakened’ भी जोड़ा गया।
CCL प्रबंधन ने की हैकिंग की पुष्टि
CCL के जनरल मैनेजर (सिस्टम्स) श्री मेहरा ने पुष्टि की कि वेबसाइट हैक हुई थी और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम इसे पुनः सक्रिय करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि वेबसाइट कब तक पूरी तरह से कार्यशील होगी, यह कहना कठिन है।
जानें, CCL के बारे में
सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की स्थापना 1956 में राष्ट्रीय कोल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के रूप में हुई थी। यह कंपनी 38 कोयला उत्पादन खदानों, कोयला क्षेत्रों और सात वॉशरीज़ का संचालन करती है। 2024-25 में CCL ने 87.55 मिलियन टन कोयला उत्पादन का रिकॉर्ड स्थापित किया, जिसमें अमरपाली, बरकसयल, मगध, पिपरवार, नॉर्थ कर्णपूरा, राजरप्पा और राजहरा जैसी प्रमुख खदानें शामिल हैं।
साइबर सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
यह घटना भारतीय सरकारी वेबसाइटों पर बढ़ते साइबर हमलों की ओर इशारा करती है। इससे पहले भी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की वेबसाइट को ‘Pakistani Cyber Army’ द्वारा हैक किया गया था, जिसमें वेबसाइट पर संदेश पोस्ट किए गए थे।
सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की वेबसाइट पर हुआ यह साइबर हमला सरकारी वेबसाइटों की सुरक्षा में खामियों को उजागर करता है। CCL प्रबंधन ने इसे तकनीकी गड़बड़ी बताया है, लेकिन यह घटना साइबर सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है।
यह घटना दर्शाती है कि सरकारी वेबसाइटों की सुरक्षा में निरंतर सुधार की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे हमलों से बचा जा सके।