Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में रविवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली चंद्रमोहन उर्फ अमित हांसदा उर्फ आप्टन मारा गया। पिछले 17 सालों से सारंडा की धरती पर खूनी खेल खेलने वाले इस खूंखार माओवादी के खात्मे को झारखंड पुलिस की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
भाकपा (माओवादी) का जोनल कमेटी सदस्य रहा आप्टन 2008 से लगातार सक्रिय था। सुरक्षा बलों के अनुसार, वह अकेले 16 से अधिक बड़ी वारदातों का मास्टरमाइंड था, जिसमें 30 से ज्यादा लोगों की हत्याएं शामिल हैं। उसने न केवल पुलिसकर्मियों और सुरक्षा बलों पर हमले किए, बल्कि मुखबिरों के संदेह में ग्रामीणों और यहां तक कि एक पूर्व विधायक पर भी जानलेवा हमला किया।
आप्टन का खूनी इतिहास
आप्टन का नाम झारखंड में हुई कई बड़ी और खूंखार घटनाओं से जुड़ा है
- कुकड़ू हाट नरसंहार (14 जून 2019) : सरायकेला-खरसावां के कुकड़ू हाट में घात लगाकर 5 पुलिसकर्मियों की हत्या कर उनके हथियार लूटे गए थे।
- पूर्व विधायक पर जानलेवा हमला (4 जनवरी 2022) : मनोहरपुर के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर गोईलकेरा में जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले में दो जवान शहीद हुए और 3 सरकारी हथियार लूटे गए थे।
- चाईबासा जेल ब्रेक (दिसंबर 2014 ) : आप्टन ने अपने साथियों के साथ मिलकर चाईबासा जेल ब्रेक की घटना को अंजाम दिया था।
- बालजोड़ी बारूद लूटकांड (30 मार्च 2023 ) : गुवा थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में करीब 100 लोगों ने बारूद लूटा था। इस घटना के कमांडरों में आप्टन भी शामिल था।
- सुरक्षा बलों पर हमले : वह तुंबाहाका में पुलिस पर हुए हमले (14 अगस्त 2023) और सारजोमबुरू में हुए आईईडी विस्फोट (सितंबर 2023) का भी मास्टरमाइंड था, जिसमें कई जवान शहीद हुए थे।
- ग्रामीणों की हत्या : उसने कई ग्रामीणों को पुलिस का मुखबिर बताकर बेरहमी से मारा, जिनमें प्रताप हेंब्रम, चारो पुरती, रोंदो सुरिन, सुखलाल पुरती, सुपाय मुटकन, नेलसन भेंगरा, जुड़ू सिरका और जीतेन लागूरी जैसे नाम शामिल हैं।
नक्सलियों के नेटवर्क को बड़ा झटका
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने इस सफलता पर कहा, “हमारे जवानों की कड़ी मेहनत और सटीक रणनीति से यह सफलता मिली है। आप्टन जैसे खूंखार नक्सली का खात्मा कोल्हान-सारंडा क्षेत्र में शांति बहाली की दिशा में एक बड़ा कदम है।” उन्होंने बताया कि आप्टन की मौत से माओवादी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है और अब पुलिस अन्य शीर्ष माओवादियों की तलाश में लगातार अभियान चला रही है।