चाईबासा : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां मझगांव और कुमारडुंगी प्रखंड से करीब 80 ट्रैक्टर और पिकअप मैक्स गाड़ियां रहस्यमय ढंग (Chaibasa Vehicle Disappearance) से गायब हो गई हैं।
इस संबंध में वाहन मालिकों का कहना है कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल-जल योजना के कार्य के लिए चाईबासा के बड़ीबजार निवासी ठेकेदार तबरेज और जुगनू ने किराए पर हमसे ली थी। इन्होंने यह कह कर गाड़ियां भाड़े पर ली थी कि उन्हें पाइपलाइन लगाने-बिछाने के काम में गाड़ियों की आवश्यकता है। इसके एवज में वह उन्हें मासिक किराया भुगतान करेगा। तबरेज ने इन लोगों को 3-4 महीने तक मासिक किराए का भुगतान भी समय पर किया, लेकिन इसके बाद अचानक तबरेज और जुगनू ने किराया देना बंद कर दिया। जब गाड़ी मालिकों ने उनसे संपर्क किया तो, वह टालमटोल करने लगा।
इसके बाद तबरेज का पता लगाकर गांव वाले चाईबासा पहुंचे और उसे पकड़कर सदर थाना चाईबासा के सुपुर्द कर दिया। गाड़ी मालिकों ने बताया है कि तबरेज ने उनकी गाड़ियों को कहां रखा है, इस बात का पता अब तक नहीं चल पा रहा है। उससे जब बात की जा रही है तो, वह टालमटोल कर रहा है। वह गाड़ियों का पता नहीं बता रहा है। तबरेज ने इन लोगों से कहा है कि मुझे कुछ दिन की मोहलत दो, सभी का पैसा दे दूंगा। लेकिन, गाड़ी मालिक एक सुर में कह रहे हैं कि पैसे तो बाद में लेंगे, पहले हमारी गाड़ियां कहां हैं, यह तो पता चले। इसके बाद काफी नोकझोंक भी हुई।
गाड़ी मालिकों का कहना है कि गाड़ी के साथ बकाया पैसा मिलना चाहिए। पूरे मामले की शिकायत वाहन मालिकों ने सदर थाना में लिखित दी है। इसके बाद पुलिस तबरेज से पूछताछ कर पूरे मामले की जानकारी ले रही है। समाचार लिखे जाने तक वाहनों का पता नहीं चल पाया।
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