Chakradharpur (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घिनौनी वारदात सामने आई है। इस शर्मनाक घटना में, बिन मां-बाप की एक असहाय लड़की को गांव के ही एक युवक ने अपनी हवस का शिकार बनाया। चक्रधरपुर थाना पुलिस ने शिकायत मिलते ही तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित नाबालिग लड़की अपने घर में अकेली थी। इसी दौरान, गांव का ही एक युवक, श्याम सुंदर मुंडा, मोबाइल चार्ज करने के बहाने उसके घर में घुस गया। लड़की को अकेला पाकर, युवक ने उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया और उसे इस बारे में किसी को भी बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। आरोपी ने पीड़िता को यह भी धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो वह उसके पूरे परिवार को मार डालेगा।
भयभीत और सदमे में आई लड़की ने डर के कारण तुरंत किसी को भी अपनी आपबीती नहीं बताई। इस तरह एक दिन बीत गया, लेकिन अगले दिन उसने हिम्मत जुटाकर घटना की जानकारी अपने रिश्तेदार चाचा-चाची को दी। नाबालिग के साथ हुई इस दरिंदगी की खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई।
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में गहरा आक्रोश फैल गया। इंसाफ की मांग करते हुए, गुस्साए ग्रामीणों ने तुरंत आरोपी युवक श्याम सुंदर मुंडा को पकड़ लिया और उसे स्थानीय चक्रधरपुर थाने ले गए, जहां उन्होंने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने इस गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता की शिकायत पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज की। आरोपी श्याम सुंदर मुंडा को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे न्यायिक हिरासत में चाईबासा जेल भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं, चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है, ताकि दुष्कर्म की पुष्टि हो सके और कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। मेडिकल रिपोर्ट पुलिस की जांच में एक महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम करेगी। दूसरी ओर ग्रामीणों ने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। साथ ही यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि भविष्य में किसी और बच्ची के साथ ऐसा जघन्य अपराध न हो। पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वासत किया है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और पीड़िता को हरसंभव न्याय दिलाया जायेगा।
यह जरूरी है कि समाज ऐसे अपराधों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाए और अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाने में मदद करे। साथ ही, नाबालिगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।