रांची: जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी द्वारा हेमंत सोरेन (Champai Soren CM) की गिरफ्तारी के बाद से ही झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी तेज है। सत्ता पक्ष की तरफ से चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की सहमति के बाद सभी विधायकों ने बुधवार देर रात राज्यपाल से मिलने की कोशिश में जुटे थे। आखिरकार, 26 घंटे के अथक प्रयास के बाद गुरुवार की रात राजभवन से बुलावा आया है।
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। उन्हें 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करने को कहा गया है। गुरुवार रात 11 बजे राज्यपाल ने चंपई सोरेन को राजभवन बुलाया था। वहां से निकलने के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि राज्यपाल ने 10 दिनों का समय दिया है। वे विधायकों से बात कर शपथ ग्रहण पर निर्णय लेंगे। संभावना जताई जा रही है कि वह शुक्रवार को ही शपथ ग्रहण कर लेंगे।
बारिश की वजह से हैदराबाद नहीं जा सके विधायक
इससे पहले गुरुवार दिनभर अटकलें लगाई जा रही थीं कि सभी विधायकों को हैदराबाद ले जाया जा रहा है। लेकिन, मौसम का साथ नहीं मिला। गठबंधन के 38 विधायक दो चार्टर्ड विमानों में सवार होकर रनवे पर इंतजार करते रहे, लेकिन बारिश व धुंध के कारण एटीसी की अनुमति नहीं मिली। इस वजह से उनका विमान उड़ान नहीं भर सका। रात 9 बजे यह निर्णय हुआ कि विधायक हैदराबाद नहीं जाएंगे। उसके बाद बसें मंगा ली गईं। सबको सर्किट हाउस में ठहराया गया।
शाम में भी राज्यपाल से मिलने गए थे विधायक (Champai Soren CM)
बता दें कि गुरुवार को गठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन सहित पांच विधायक राजभवन पहुंचे। राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें 43 विधायकों के समर्थन की सूची सौंपी। राज्यपाल ने इस पर विचार करने के लिए समय मांगा। गठबंधन के नेताओं को सूचित करने की बात कही। इसके 5 घंटे बाद राज्यपाल ने अपना फैसला सुनाते हुई चंपई सोरेन को बहुमत साबित करने को कह दिया है।
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चंपई सोरेन बनेंगे झारखंड के 7वें मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन बहुमत से सरकार बनने के बावजूद अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। कार्यकाल के बीच में गिरफ्तार किए जाने के कारण 4 साल बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ गया। इसके बाद से राज्य में सियासी हलचल उफान पर है। बुधवार को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से ऐन वक्त पहले चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद चंपई ने गुरुवार को राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा था। चंपई सोरेन को राजभवन ने 10 दिनों में बहुमत साबित करने को दिया मौका दिया है।
बता दें कि झारखंड में अब तक 6 नेताओं को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला।जिन्होंने 11 बार सत्ता संभाली। इसमें सबसे ज्यादा बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा और जेएमएम के प्रमुख शिबू सोरेन को मौका मिला। दोनों 3-3 बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने। चंपई सोरेन राज्य में मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले सातवें नेता होंगे। इससे पहले बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, मधु कोड़ा प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में चंपई सोरेन को झामुमो, कांग्रेस, माले, राजद का समर्थन है।
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