धनबाद (झारखंड) : छत्तीसगढ़ के रायपुर में झारखंड के प्रवासी मजदूरों के साथ हुई मारपीट और दो की मौत के मामले ने झारखंड की राजनीति को गरमा दिया है। डुमरी से निर्दलीय विधायक जयराम महतो ने इस मामले में झारखंड सरकार पर सीधा हमला बोला है और कहा है कि वे इस विषय को विधानसभा सत्र में जोरदार तरीके से उठाएंगे।
ट्रेन की चपेट में आकर दो मजदूरों की मौत, तीन घायल
घटना के अनुसार, छत्तीसगढ़ के रायपुर में झारखंड के मजदूरों के साथ मारपीट हुई। वहां से भागने के प्रयास में कुछ मजदूर ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसमें दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना से संबंधित परिवारों में शोक और आक्रोश का माहौल है।
विधायक जयराम महतो का बयान: प्रवासियों को मौत और अपमान मिल रहा है
विधायक जयराम महतो ने इस घटना को बेहद दुखद और शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा, “झारखंड के प्रवासी मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे राज्यों में जाते हैं, लेकिन उन्हें वहां काम के बदले मौत और अपमान मिलता है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार इन घटनाओं को नजरअंदाज करती रही है।”
विधानसभा में उठेगा मुद्दा, प्रवासी मजदूरों के लिए नीति की मांग
जयराम महतो ने स्पष्ट किया कि वे आगामी विधानसभा सत्र में प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्रवासी मजदूरों के लिए एक स्थायी और प्रभावी नीति बनानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोहराए न जाएं।
शव और घायलों को लाने के लिए प्रशासन को लगानी पड़ी मशक्कत
मृतकों के परिजनों ने जिलाधिकारी (DC) से संपर्क कर शवों को झारखंड लाने की गुहार लगाई थी। काफी प्रयास के बाद शवों को उनके गांव लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में जारी है।
मजदूरों के साथ अन्याय की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं
विधायक महतो ने कहा कि उत्तर छोटानागपुर प्रमंडल के जिलों से लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब राज्य के नागरिक दूसरे प्रदेशों में अपनी मेहनत से निर्माण कार्यों को अंजाम देते हैं, तब उनके सुरक्षा, सम्मान और मुआवजे की जिम्मेदारी कौन लेगा?