स्टेट डेस्क, रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से की गई अलग-अलग छापेमारी में पकड़े गए कई हाई प्रोफाइल आरोपी इन दिनों रांची के बिरसा मुंडा होटवार जेल में बंद हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में इन हाईप्रोफाइल लोगों की जेल में कट रही जिंदगी से जुड़ी बड़ी अपडेट्स सामने आई हैं। इसमें आईएएस अधिकारी छवि रंजन से लेकर उद्योगपति विष्णु अग्रवाल तक के बारे में दावे किए गए हैं।
कौन किस स्थिति में है
पूर्व डीसी रांची छवि रंजन : मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना की जमीन से जुड़े लैंड स्कैम केस में जेल में बंद रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस अधिकारी छवि रंजन जेल में आध्यात्मिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वह सुबह उठकर मॉर्निंग वॉक, व्यायाम के बाद स्नान आदि करके पूजा-पाठ करते हैं। इसके बाद पूरा दिन धार्मिक किताबें पढ़ते हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वह डिवीजन सेल में बंद हैं। उन्होंने अपने लिए श्रीमद्भागवत गीता मंगवाई हैं। इसके अलावा और भी कई धार्मिक पुस्तकें वह पढ़ रहे हैं। उनसे मिलने के लिए परिवार के लोग आते हैं। पत्नी के साथ बेटी के आने पर वह सबसे ज्यादा खुश दिखाई देते हैं। वह बच्ची को बेहद प्यार करते हैं। बेटी के साथ समय बिताना उन्हें अच्छा लगता है।
प्रेम प्रकाश : प्रदेश की सत्ता के गलियारे में सबसे पावरफुल व्यक्ति माने जाने वाले प्रेम प्रकाश भी इन दिनों जेल में बंद हैं। वह वार्ड नंबर 11 में रह रहा है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वह दूसरे कैदियों को अपनी जिंदगी की कहानी सुना कर समय गुजार रहा है। वह लोगों को अभी भी अपनी ऊंची पहुंच और संबंधों के बारे में बता रहा है।
अमित अग्रवाल: व्यवसायी अमित अग्रवाल भी इन दिनों जेल में बंद है। वह वार्ड नंबर 11 में है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वह किसी से बात नहीं करते। पूरे दिन बेहद गुमसुम बैठे रहते हैं। उन्हें दूसरे कैदियों से मिलना पसंद नहीं है। सुबह उठकर स्नान के बाद नाश्ता करते हैं। फिर अकेले पड़े रहते हैं।
पंकज मिश्रा: अवैध खनन मामले में जेल में बंद पंकज मिश्रा की तबीयत कुछ खराब है। वह जेल के अस्पताल वार्ड में अपना इलाज करा रहे हैं। पंकज मिश्रा को लोगों से बात करना बेहद पसंद है। कई बार तो वह लोगों से बात नहीं कर पाने के कारण परेशान हो जाते हैं। इससे उनका ब्लड प्रेशर और दूसरी शारीरिक परेशानियां बढ़ जाती हैं।
विष्णु अग्रवाल: हाल ही में ED की ओर से गिरफ्तार किए गए विष्णु अग्रवाल लगातार बीमार हैं। जेल के अस्पताल वार्ड में उनका इलाज चल रहा है। वह बेहद शांत स्वभाव के हैं। बीमार होने के कारण किसी तरह की कोई फरमाइश नहीं करते हैं।