- राज्य की 56,61,791 महिला लाभुकों के चेहरे खुशी आई
- चारों प्रमंडल में 1415 करोड़ रुपये का किया गया वितरण
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 6 जनवरी 2025 को राज्यभर की महिलाओं के बैंक खातों में 2500-2500 रुपये ट्रांसफर कर उन्हें नए साल का तोहफा दिया। नामकुम के खोजाटोली स्थित ट्रेनिंग ग्राउंड में आयोजित राज्यस्तरीय मंईयां सम्मान कार्यक्रम में बटन दबाकर यह राशि महिलाओं के खातों में डाली गई। जिससे राज्य की 56,61,791 महिला लाभुकों के चेहरे खुशी से खिल उठे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला और पुरुष एक हल के दो बैल होते हैं। जब तक दोनों साथ नहीं चलेंगे, तब तक विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। हमने इस कदम से महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त करने का लक्ष्य रखा है, बल्कि उन्हें राज्य के समग्र विकास में सक्रिय रूप से शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है।
बहनों पर बरसाए गए फूल
सीएम हेमंत सोरेन जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो पूरा इलाका जोहार से गूंज उठा। पारंपरिक गीत के साथ उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वह पत्नी कल्पना सोरेन के साथ मंच पर चढ़े। उन्होंने कार्यक्रम में आई बहनों पर पुष्प वर्षा किया। वहीं हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
1415 करोड़ रुपये का वितरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत राज्य के विभिन्न प्रक्षेत्रों में कुल 1415 करोड़ रुपये का वितरण किया गया। जिसमें उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल को 500.81 करोड़, दक्षिणी छोटानागपुर को 230.35 करोड़, पलामू को 190.01 करोड़, संथाल परगना को 320.87 करोड़ और कोल्हान को 173.8 करोड़ रुपये मिले।
विपक्ष के सवालों का दिया जवाब
सीएम ने कहा कि हमने जब 1000 रुपये देने की घोषणा की थी, तब विपक्ष ने हमारा मजाक उड़ाया। जब हमने राशि बढ़ाकर 2500 रुपये करने का वादा किया तो विपक्ष ने फिर से सवाल उठाए कि ये पैसे कहां से आएंगे। हमने उनका जवाब दिया है। जो वादा किया था, उसे पूरा किया है।
महिलाओं को बनाएंगे स्वावलंबी
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को यह विश्वास दिलाया कि अब वे अपने घर-परिवार और बच्चों की देखभाल के साथ-साथ अपने सपनों को साकार करने में सक्षम होंगी। अब आपके पास खुद के लिए पैसे हैं, जिनसे आप अपने बच्चों की पढ़ाई के साथ अपनी जरूरतों को पूरा कर सकती हैं। यह पैसा आपको निर्भर नहीं बनने देगा, बल्कि आत्मनिर्भर बनाएगा।
अर्थव्यवस्था भी सुधारेगी महिलाएं
हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि झारखंड की महिलाएं अब राज्य के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाने जा रही हैं। हम इस पैसे का इस्तेमाल कृषि, मुर्गी पालन, गृह उद्योग और शिक्षा में कर सकते हैं। महिलाएं सिर्फ घर की जिम्मेदारियां ही नहीं निभातीं, अब वे राज्य की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बनेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के कई गरीब लोग अपने राशन की सामग्री बेचकर अपनी जरूरतें पूरी करते थे। अब आपके सामने ऐसे हालात नहीं आएंगे। जिससे कि आपको अपनी राशन बेचनी पड़े।
राजकीय शोक के कारण हुई देरी
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पहले 28 दिसंबर को आयोजित होने वाला था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के कारण राज्य में सात दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया था। हालांकि 26-27 दिसंबर को राज्य के विभिन्न जिलों में महिला लाभार्थियों के खातों में राशि का ट्रांसफर परीक्षण के तौर पर किया गया था। उन्होंने कहा कि सरकार की यह पहल राज्य की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।