जम्मू : जम्मू- कश्मीर में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। जम्मू- श्रीनगर हाईवे स्थित रामबन में बादल फटने की आपदा से हाईवे पर भारी मलबा इकट्ठा हो गया है। मलबे में हजारों वाहन अभी भी फंसे हुए हैं। यातायात फिर से चालू नहीं हो सका है। जम्मू- कश्मीर में आगामी 24- 26 अप्रैल तक दोबारा बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम में यह भारी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण हो रहा है।
मलबे के नीचे दबे हैं हजारों वाहन
जम्मू- कश्मीर हाईवे के रामबन में बादल फटने से जान- माल का काफी अधिक नुकसान हुआ है। इसमें कई भवन और हजारों वाहन मलबे के नीचे अभी भी दबे हुए हैं। बीते दिनों पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हुई थी। सोमवार को भी प्रशासनिक दल, राहत एवं बचाव कार्य में तत्परता से जुटा हुआ था। जम्मू संभाग के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई है। सोमवार दोपहर तक श्रीनगर सहित अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क रहा। मंगलवार को हल्की बारिश के साथ मौसम के साफ होने की संभावना व्यक्त की गई है।
राहत एवं बचाव अभियान जारी
पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण विगत 18 अप्रैल से कश्मीर के मौसम में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। पहाड़ के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। आगामी 24 से 26 अप्रैल तक दोबारा बारिश की आशंका जताई गई है। बादल फटने की प्राकृतिक आपदा से जम्मू- श्रीनगर हाईवे को भारी क्षति हुई है। इस आपदा से करीब एक दर्जन गांव प्रभावित हुए हैं। अभी भी हजारों वाहन मलबे के नीचे दबे हुए हैं। फिलहाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ सहित कई सामाजिक संगठन भी राहत एवं बचाव कार्य में शामिल है।