रांची : झारखंड में इस सप्ताह मौसम का मिजाज अचानक बदलने वाला है। राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में सर्दी का सितम अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। बुधवार से सर्दी बढ़ने का अनुमान है, जो मंगलवार से ही दिखाई देने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को रांची का न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सर्दी की शुरुआत का संकेत है।
बर्फीली हवाओं से बढ़ेगी सर्दी
मौसम में यह बदलाव बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण हुआ है, जिसका असर दक्षिण भारत के राज्यों पर भी पड़ने की संभावना है। झारखंड में इस दबाव क्षेत्र से हल्के बादल बनने और दक्षिण-पश्चिम से ठंडी हवाओं का प्रभाव राज्य के मौसम पर पड़ेगा। इन हवाओं के कारण ठंड का प्रभाव और अधिक बढ़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक यानी गुरुवार तक राज्यभर में बादल छाए रहने की संभावना है। बादल हटने के बाद सर्दी और अधिक बढ़ने की संभावना है। इस दौरान राज्य के कई क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है।
रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में तापमान में गिरावट
मंगलवार को रांची समेत झारखंड के अधिकांश हिस्सों में हल्की धुंध रही, जो सर्दी का अहसास दिलाती है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान सामान्य से लगभग एक डिग्री कम रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब दर्ज किया गया।
रांची में 10.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि गढ़वा में 10.8 डिग्री, हजारीबाग में 11.2 डिग्री, जमशेदपुर में 14.4 डिग्री, डालटनगंज में 12.1 डिग्री और चाईबासा में 12.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। सरायकेला का तापमान 28.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जो राज्य का सबसे अधिक तापमान था।
अगले पांच दिन का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए अनुमान जताया है कि सुबह के समय कोहरा या धुंध की स्थिति बनी रह सकती है, लेकिन बाद में आसमान साफ होगा। हालांकि, तापमान में कोई खास बढ़ोतरी नहीं होगी और न्यूनतम तापमान रांची और आसपास के इलाकों में 11 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
इन परिस्थितियों को देखते हुए लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि ठंड और कोहरे के कारण सड़क यातायात में भी दिक्कतें आ सकती हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती ठंड से खासकर बुजुर्गों और बच्चों को सर्दी-जुकाम या बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए उन्हें गर्म कपड़े पहनने और उचित देखभाल की सलाह दी जा रही है।
ठंड की गंभीरता में इजाफा
आने वाले दिनों में जैसे-जैसे बादल हटेंगे और ठंडी हवाओं का असर बढ़ेगा, ठंड और ज्यादा बढ़ सकती है। इस दौरान लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें और खासकर सुबह-शाम के समय बाहर निकलते समय सतर्क रहें। मौसम के इस बदलाव से कृषि गतिविधियों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि ठंडी हवाएं और कम तापमान फसलों पर असर डाल सकते हैं।