धनबाद : उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त पवन कुमार ने शनिवार को झारखंड विधानसभा निर्वाचन-2024 की तैयारी के संबंध में धनबाद जिले के सभी कोषांगों के वरीय एवं नोडल अधिकारियों के साथ एक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया। यह बैठक परिसदन भवन के सभागार में आयोजित की गई, जिसमें चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में पवन कुमार ने विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने पोस्टल बैलेट कोषांग के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की और पहले रेंडमाइजेशन, स्ट्रांग रूम से संबंधित जानकारियों के अलावा डिस्पैच एवं रिसीविंग स्थलों की जानकारी भी ली। सभी बूथों पर एएमएफ (आवश्यक मूलभूत सुविधाएं) की व्यवस्था, आदर्श आचार संहिता का अनुपालन, सी-विसिल के तहत शिकायतों के निपटारे, विभिन्न आईटी एप्लिकेशनों के उपयोग, वल्नरेबल और क्रिटिकल बूथों के बारे में जानकारी मांगी गई।
महत्वपूर्ण निर्देश
प्रमंडलीय आयुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि पोस्टल बैलट से संबंधित कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जाए, खासकर होम वोटिंग के संदर्भ में। उन्होंने सभी बूथों पर पानी, बिजली, शौचालय, रैंप, और व्हीलचेयर जैसी आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही, आदर्श आचार संहिता के अनुपालन को लेकर भी सख्ती बरतने की बात कही। उन्होंने चेताया कि किसी भी प्रकार के आचार संहिता के उल्लंघन पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
पवन कुमार ने यह भी निर्देशित किया कि सी-विसिल ऐप या 1950 नंबर पर आने वाली शिकायतों का नियमानुसार समय पर समाधान सुनिश्चित किया जाए। मतदाताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी विधानसभा क्षेत्रों के आरओ (रिटर्निंग ऑफिसर) एवं एआरओ (असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर) के फोन और व्हाट्सएप नंबरों को अखबारों में प्रकाशित कराने के लिए भी कहा।
वोट प्रतिशत बढ़ाने की रणनीति
बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी अधिकारियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए रणनीति के तहत कार्य करने की भी सलाह दी। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी योजना बनाने का निर्देश दिया। इस बैठक में उपायुक्त माधवी मिश्रा, उप विकास आयुक्त सादात अनवर, नगर आयुक्त रविराज शर्मा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर पीयूष सिन्हा, और सभी कोषांगों के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी, सभी एआरओ उपस्थित थे।
इस बैठक के माध्यम से स्पष्ट हुआ कि चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। प्रमंडलीय आयुक्त की यह पहल आगामी चुनाव में वोटर की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।