रांची : कांग्रेस पार्टी के संगठन सृजन 2025 अभियान के तहत मंथन का दूसरा दिन गुरुवार को दो सत्रों में संपन्न हुआ। पहले सत्र में अल्पसंख्यक विभाग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, सहकारिता विभाग, आरजीपीआरएस और किसान कांग्रेस के प्रतिनिधि शामिल हुए, जबकि दूसरे सत्र में एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल और इंटक के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के राजू उपस्थित थे। प्रदेश अध्यक्ष ने बैठक के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए सभी विभागों से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की बात की।
लोगों को संगठित करना है लक्ष्य
मुख्य अतिथि के राजू ने कहा कि सभी विभागों का मुख्य लक्ष्य समाज के मुद्दों पर काम कर लोगों को संगठित करना है। उन्होंने झारखंड को एक मॉडल राज्य बनाने की आवश्यकता जताई और केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ बिल की आलोचना की। उन्होंने इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ षड्यंत्र बताया। उन्होंने केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता का विरोध करने का आह्वान किया।
100 दिन संगठन के लिए
वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने आगामी 100 दिनों के कार्य को संगठन की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण बताया और इस दौरान समयबद्ध योजनाओं के अनुसार निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने की बात कही। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू और राजेश ठाकुर ने संगठन के मुद्दों पर चर्चा की और ओबीसी तथा एससी समुदायों के मुद्दों पर काम करने की आवश्यकता को बताया।
कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने अनुसूचित जाति और आदिवासी समुदायों के अधिकारों पर बल दिया और पार्टी की रणनीतियों में सुधार की जरूरत जताई। वहीं, सुबोधकांत सहाय ने संगठन की मजबूती के लिए मुद्दों को गहराई से समझने की बात की।
ये रहे मौजूद
इस बैठक में सतीश पॉल मुंजनी, अमूल्य नीरज खलखो, सोनाल शांति, कमल ठाकुर, रियाज अंसारी, अभिलाष साहू, गजेंद्र सिंह सहित अन्य कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
Read Also: CHIEF ELECTORAL OFFICER : CEO की राजनीतिक दलों के साथ बैठक: वोटरों को नजदीकी बूथ पर भेजने की अपील