- 1.36 लाख करोड़ बकाया की मांग को केंद्र सरकार ने ठुकराया
- झारखंड से भाजपा के 12 सांसदों ने भी इस मामले में साधी चुप्पी
रांची: मंगलवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव हारने के बाद भाजपा ने अब निर्लज्जता की हद पार कर दी है। उन्होंने कहा कि वित्त राज्य मंत्री द्वारा झारखंड की जनता का 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया कर की मांग को ठुकराना केंद्र सरकार की नीयत में खोट को उजागर करता है।
प्रवक्ता सोनाल शांति ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड की जनता द्वारा नकारे जाने को पचा नहीं पा रहे हैं। गुस्सा निकालने के लिए केंद्र सरकार झारखंड का पैसा हड़पने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीयत हमेशा शक के दायरे में रहती है। उनका पुराना इतिहास झूठ बोलने और अपनी नीयत बदलने का रहा है।
बकाया लेने के लिए कानूनी लड़ाई
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपनी 7 गारंटी में साफ कर दिया था कि यदि बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये की वापसी के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ी तो पार्टी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह बकाया कोयला रॉयल्टी का है। केंद्र सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए झारखंड की जनता के पैसे को बेईमानी से हड़पने की कोशिश कर रही है।
भाजपा के सांसदों ने साधी चुप्पी
उन्होंने भाजपा सांसदों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड से भाजपा के 12 सांसद चुप्पी साधे हुए हैं। उन्हें झारखंड के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठानी चाहिए। शांति ने कहा कि अगर ये सांसद राज्य के लिए अपनी आवाज नहीं उठाते है तो यह झारखंड की जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार झारखंड की हकमारी कर रही है। झारखंड से भाजपा के चुने हुए जनप्रतिनिधि चुप हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में अजीबो गरीब शासन चल रहा है। जहां गैर भाजपा शासित राज्यों को अपने हक के लिए बार-बार लड़ाई लड़नी पड़ती है।