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संसद में आज संविधान पर चर्चा, पक्ष-विपक्ष दोनों हैं तैयार, हंगामे के आसार

एनडीए विपक्ष को आपातकाल, विपक्ष की ओर से फैलाए जा रहे फेक नैरेटिव, कई संवैधानिक संशोधन जैसे मुद्दों को लेकर सदन में घेर सकती है। बीजेपी के करीब 12 से 15 सांसद इस बहस में शामिल होंगे।

by Reeta Rai Sagar
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दिल्लीः संसद का शीतकालीन सत्र रोजाना हंगामे और नए-नए टविस्ट के साथ जारी है। संसद के लिए आने वाले दो दिन काफी अहम माने जा रहे हैं, क्योंकि इस दौरान 13 व 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होनी है। आज दोपहर 12 बजे से संविधान पर चर्चा शुरू होगी। इसकी शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी पहली वक्ता होंगी। लोकसभा में उनका ये पहला भाषण होगा।

बीजेपी की ओर से 12-15 सांसद करेंगे बहस

सूत्रों की मानें, तो राजनाथ सिंह इस बहस की शुरुआत करेंगे और इसके बाद एचडी कुमारस्वामी, श्रीकांत शिंदे, शांभवी चौधरी, राजकुमार सांगवान, जीतन राम मांझी, अनुप्रिया पटेल और राजीव रंजन सिंह जैसे एनडीए के नेता भी अपना पक्ष रखेंगे। खबर है कि एनडीए की ओर से तैयारी पक्की है। एनडीए विपक्ष को आपातकाल, विपक्ष की ओर से फैलाए जा रहे फेक नैरेटिव, कई संवैधानिक संशोधन जैसे मुद्दों को लेकर सदन में घेर सकती है। बीजेपी के करीब 12 से 15 सांसद इस बहस में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 14 दिसंबर को इस पर अपना व्क्तव्य पेश करेंगे।

कांग्रेस की ओर से 5-6 सांसद लेंगे बहस

लोकसभा में कांग्रेस की ओर से 5 से 6 सांसद भाषण देंगे, जिसमें वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी सबसे पहले भाषण देंगी। कांग्रेस के भाषण के लिए कुल 2 घंटे 20 मिनट का समय तय किया गया है। इसमें ज्यादातर समय प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को दिया जाएगा। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा, लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से शांभवी चौधरी, डीएमके से टीआर बालू और ए राजा इस डिबेट में हिस्सा लेंगे।

आपातकाल और मुस्लिम आरक्षण जैसे मु्द्दों पर बहस

अब तक सदन में कई मुद्दों को लेकर हंगामा ही होता रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि इन दो दिनों की बहस उपयोगी साबित हो। अडानी, सोरोस और सभापति के खिलाफ पारित किए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जमकर हंगामा हो रहा है। ऐसे में संविधान पर बहस के दौरान भी हंगामा होने के आसार हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर तीखे हमले का कोई भी मौका नहीं छोड़ेंगे। खबर है कि एनडीए आपातकाल और मुस्लिमों के आरक्षण के मामले को लेकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी में है।

संसद हमले की 23वीं बरसी

दूसरी ओर, आज संसद पर हमले की 23वीं बरसी भी है। इस हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई सांसदों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

13 दिसंबर 2001 को संसद पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इश हमले में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, सीआरपीएफ की एक महिला सिक्योरिटी गार्ड, राज्यसभा के 2 कर्मचारी और एक माली की मृत्यु हो गई थी। हालांकि हमला करने आए सभी पांच आतंकियों को मार गिराया गया था। 2013 में इस हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु को फांसी दे दी गई थी।

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