इंटरटेनमेंट डेस्क, मुंबई: ‘द केरला स्टोरी’ के बाद दो और फिल्मों की कहानी को लेकर बवाल मचा है। इसमें एक है ‘अजमेर 92’ और दूसरी है 72 हूरें। 72 हूरें 7 जुलाई को रिलीज हो गयी। सुर्खियों में रहने के बावजूद यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई बहुत अधिक कमाल नहीं कर सकी है। अब सबकी निगाहें ‘अजमेर 92’ पर लगी हैं। दावा किया जा रहा है कि यह फिल्म सत्य घटना पर आधारित है।
इस फिल्म को भारत के सबसे बड़े रेप कांड से जोड़कर देखा जा रहा है। फिल्म ‘अजमेर 92’ का टीजर लॉन्च होते के साथ ही इंटरनेट पर वायरल हो गया है। फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चा है। इस फिल्म को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा था। कुछ लोग ऐसी आशंका जता रहे हैं कि फिल्म के रिलीज होने से सांप्रदायिक सौहर्द प्रभावित हो सकता है। इससे पहले फिल्म के पोस्टर पर भी सवाल उठ थे।
फिल्म ‘अजमेर 92’ की रिलीज डेट टली
‘अजमेर 92’ फिल्म 14 जुलाई को रिलीज होने वाली थी। अब यह फिल्म 21 जुलाई को रिलीज होगी। 1 मिनट 6 सेकंड के इस फिल्म के टीजर को हजारों लोग देख चुके हैं। माना जा रहा है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस कर सकती है। कुछ लोग इस फिल्म के समर्थन में उतर गये हैं। कुछ लोग इसे प्रोपोगेंडा फिल्म करार दे रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह फिल्म जानबूझ कर एक खास वर्ग के राजनीति उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बनायी गयी है। वहीं बहुत सारे लोग इसे अभिव्यक्त की स्वतंत्रता करार दे रहे हैंं।
जाने ‘अजमेर 92’ पर क्या है विवाद?
फिल्म ‘अजमेर 92’ के रिलीज होने के बाद सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहा है। टीजर के शुरुआती सीन में एक लड़की किसी से फोन पर बात करती हुई दिखाई देती है। जिसमें वो शख्स लड़की से कहता है कि ‘ ‘अखबार तो पढ़ती होगी न तुम’? वह बताता है कि अखबार में तुम्हारी फोटो छपी है। इसके बाद लड़की अपनी मां से रोते हुए कहती है कि ‘ मां मेरा रेप हो गया है’ मुझे बचा लो।
टीजर में लड़कियों के रेप के बाद सुसाइड दिखता है। रेप की शिकार लड़कियों को छत से कूदकर जान देते हुए दिखाया गया है। इस घटना के बाद पूरा शहर में एक डर का माहौल बन जाता है। टीजर के अनुसार फिल्म की कहानी में नाबालिग लड़कियों के शोषण और उसके परिजनों के पीड़ा को दिखाया गया है। दूसरी ओर पावरफूल और बाहुबली लोगों द्वारा लड़कियों पर अत्याचार को दिखाया गया है।
टीजर के अगले सीन में एक वर्दीधारी नेता से फोन से बात करता हुआ कहता है कि 250 लड़कियों व उनके परिवार वालों के दर्द और इज्जत का सवाल है। वहीं शहर में इसके खिलाफ जोरदार प्रोटेस्ट को भी दिखाया गया है। दूसरी ओर नेता अनहोनी की आंशका जताते हैं। टीजर के अगले सीन में एक शख्स कहता है कि लड़कियों की जान और इज्जत बचाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ और हो गया है।
-क्यों मचा है इस फिल्म पर बवाल?
‘ अजमेर 92’ फिल्म का टीजर रिलीज हो चुका है। इसके साथ ही इस पर चर्चा तेज हो गई है। यह फिल्म वर्ष1992 में राजस्थान के अजमेर में घटित हुई रेप कांड से प्रेरित बतायी जा रही है। इसमें सैकड़ों लड़कियों के साथ रेप का दावा किया गया था। कुछ लड़कियाें ने आत्महत्या कर ली थी। रातों रात उनके परिवार शहर से पलायन कर गये थे। इस घटना का आरोप अजमेर दरगाह के खादिम फारूक चिस्ती पर लगा था। अदालत ने उसे दोषी भी ठहराया था।
खादिम फारूक चिस्ती पर 100 लड़कियों के रेप का दोषी पाया गया था। इस घटना को ‘ अजमेर दरगाह कांड 1992 से भी जाना जाता है। इस रेप कांड में अधिकांश आरोपी एक समुदाय विशेष से थे। अजमेर 92 फिल्म को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि यह समाज में दो समुदाय के बीच नफरत पैदा करेगा। अजमेर रेपकांड के मास्टर माइंड खादिम फारूक चिस्ती को वर्ष 2007 में अजमेर की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दोषी ठहराया था।
ऐसा कहा जाता है कि बाद में सजा से बचने के लिए आरोपी ने खुद को पागल घोषित करवा दिया। जिसके चलते कोर्ट ने 2013 में उसकी सजा भी काम कर दी थी। बाद में वह 2018 में रिहा भी हो गया। अन्य दोषियों की सजा भी कम कर दी गई। ऐसा आरोप लगाया जाता है कि खादिम फारूक चिस्ती व उसके परिवार वालों ने सैकड़ों लड़कियों का गंदा MMS भी बनाया था।
250 लड़कियों के दर्द की कहानी
दावा किया जा रहा है कि इस फिल्म में 250 लड़कियों के दर्द की कहानी दिखाई गई है। इसमें सैकड़ों स्कूल और कॉलेज की लड़कियों पर अत्याचार और शोषण को दिखाया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस फिल्म के माध्यम से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की कोशिश की जा रही है। लोगों को ऐसा लगता है कि इस फिल्म के माध्यम से फिर से यह मामला उठ जायेगा। हालांकि इस बार फिल्म के जरिये यह मामला जनता की अदालत में जायेगा। इससे पहले इस फिल्म के खिलाफ ‘ जमीयत उलमा ए हिंद’ ने आवाज बुलंद की। संगठन का कहना है कि इस फिल्म के माध्यम से अजमेर शरीफ दरगाह को टारगेट किया जा रहा है।
फिल्म में किसने किया है काम
‘ अजमेर 92’ के निर्देशक पुष्पेंद्र सिंह है। करण शर्मा, सुमित सिंह और राजेश शर्मा ने मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के निर्माता उमेश कुमार तिवारी है। इसे रिलायंस इंटरटेंमेंट और यूके फिल्म्स एंटरटेनमेंट द्वारा बनाया गया है।