देवघर, झारखंड : सावन माह में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर की कठिन पदयात्रा कर बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर पहुंचते हैं। इस धार्मिक उत्सव के दौरान उमस और गर्मी की वजह से श्रद्धालुओं को थकान का सामना करना पड़ता है। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम ने इस वर्ष मेला क्षेत्र में इंद्र वर्षा, फव्वारे और मिस्ट कूलिंग की विशेष व्यवस्था की है।
11 स्थानों पर लगे फव्वारे और इंद्र वर्षा
दुम्मा द्वार से लेकर बैद्यनाथ मंदिर परिसर तक कुल 11 स्थानों पर इंद्र वर्षा और फव्वारे लगाए गए हैं, जहां स्वच्छ पानी का छिड़काव श्रद्धालुओं के शरीर पर किया जाता है। इस व्यवस्था से कांवड़ियों को गर्मी से राहत और थकान से राहत मिल रही है। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि यात्रा के बाद जब फव्वारे का शीतल जल शरीर पर गिरता है, तो तन-मन दोनों तरोताजा हो जाता है। एक महिला श्रद्धालु ने कहा कि 105 किलोमीटर की यात्रा के बाद मंदिर से पहले फव्वारे का यह अनुभव अलौकिक है। इससे न केवल शरीर को ठंडक मिलती है, बल्कि मन को भी आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है।
कैसे हो रही है जल की आपूर्ति
देवघर ड्राई जोन में आता है, फिर भी नगर निगम ने श्रद्धालुओं को पर्याप्त जल सुविधा देने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं:
70 वाटर टैंकर पूरे मेला क्षेत्र में तैनात
विभिन्न नदियों से जल उठाव और शुद्धीकरण कर पानी की आपूर्ति
जगह-जगह 1.5 HP मोटर से 1000 लीटर पानी 20 मिनट में भरने की क्षमता
प्रतिदिन लाखों लीटर पानी फव्वारों और इंद्र वर्षा व्यवस्था में भेजा जा रहा है
कनीय अभियंता की जानकारी
नगर निगम के जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता सुमन कुमार अलबेला ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तकनीकी रूप से उन्नत पंप मोटर्स और जल वितरण प्रणाली लागू की गई है। उन्होंने बताया कि हम प्रतिदिन लाखों लीटर पानी श्रद्धालुओं तक पहुंचा रहे हैं। पानी की कोई कमी नहीं होने दी जा रही है’। नगर आयुक्त रोहित सिन्हा स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और प्रतिदिन विभागीय बैठकें कर पानी प्रबंधन की समीक्षा कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं की मांग : फव्वारों की संख्या बढ़ाई जाए
श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन की पहल की प्रशंसा की है, लेकिन यह भी मांग की है कि फव्वारों की संख्या बढ़ाई जाए। ताकि ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर कांवरियों को राहत मिल सके।