सेंट्रल डेस्क : Bangladesh Violence Again : निवर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना के जाने के बाद लगा था कि बांग्लादेश में हालात शायद सुधर जाएंगे, लेकिन रविवार रात वहां फिर हिंंसा भड़क उठी। वहीं राजधानी ढाका में सचिवालय के पास जमा छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच जमकर बवाल हुआ, जिसमें 40 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। देर रात तक पुलिस हालात को काबू में करने की कोशिश कर रही थी।
वहीं इससे पहले ढाका यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों से निकलकर स्टूडेंट्स सेक्रेटरेट के सामने आ गए। देखते ही देखते राजू स्मारक के पास हजारों छात्रों का जमावड़ा लग गया। तभी उन्होंने अंसार ग्रुप के सदस्यों से मुलाबला करने के लिए मार्च करने का ऐलान कर दिया। हालांकि, जैसे ही वे आगे बढ़े पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई।
वहीं ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों का यह गुस्सा तब सामने आया, जब उन्हें पता चला कि अंसार ग्रुप के सदस्यों ने अंतरिम सरकार में सलाहकार और स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन आंदोलन के समन्वयक नाहिद इस्लाम, समन्वयकों सरजिस आलम, हसनत अब्दुल्ला और अन्य को सचिवालय में नजरबंद रखा है।
इससे छात्र भड़क उठे। हसनत अब्दुल्ला ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें नजरबंदी के लिए उन्होंने अंसार के पूर्व महानिदेशक मेजर जनरल एके एम अमीनुल हक को जिम्मेदार बता दिया। उन्होंने ही छात्रों से ढाका यूनिवर्सिटी में जमा होने को कहा।
Bangladesh Violence Again : क्या है इस घटना का कारण
दरअसल बांग्लादेश में लगातार हिंसक झड़प होती आ रही है। लंबे समय से वहां के अल्पसंख्यकों को भी परेशान किया जा रहा है। अब उन सबके बीच से एक और घटना सामने आ गई है। इसमें एक ग्रुप ने सचिवालय पर जाकर हमला बोल दिया है। वहीं अंतिम डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट के कई संयोजकों ने छात्रों से राजू स्कल्पचर पर इकट्ठा होने को कहा था। जब वहां सभी छात्र इकट्ठा हो गए तो कुछ समय बाद ही उन्होंने सचिवालय की तरफ आने का फैसला लिया और लाठी डंडे लेकर वहां से चल पड़े।
इसके साथ ही बता दें कि शुरुआत में अंसार ग्रुप के सदस्यों ने पीछे हटना शुरू कर दिया था लेकिन, उन्होंने बाद में डंडे लेकर छात्रों का पीछा किया और उनके बीच झड़प हो गई। वहीं लाठी-डंडों के अलावा इस सड़क के बीच पथराव भी किया गया। एक-दूसरे पर जमकर पत्थर चलाए गए। इस घटना में दोनों तरफ के लोग घायल हुए हैं। घायल लोगों की संख्या 50 बताई जा रही है।
Bangladesh Violence Again : अंसार ग्रुप का प्रदर्शन अभी भी जारी
जिस वक्त अंसार ग्रुप के सदस्यों ने सचिवालय की तरफ कूच किया और जिन लोगों को डिटेन करने की कोशिश की, उनमें छात्र नेता और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार नाहिद इस्लाम भी थे। वहीं उनकी सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया था। छात्रों ने जैसे ही अंसार ग्रुप के प्रदर्शनकारियों को उग्र होते हुए देखा तो उन्होंने भी पलटवार किया और सभी अंसार छात्रों को तितर-बितर कर दिया। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर पथराव चलता रहा। बाद में पुलिस ने स्थिति को काबू करने का काम किया।
हालांकि हिंसा से कुछ समय पहले से ही अंसार ग्रुप प्रदर्शन कर रहा था। उनकी मांग है कि उनकी नौकरी को स्थायी कर दिया जाना चाहिए। वहीं सभी छात्रों का आरोप है कि अंसार ग्रुप बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के एजेंट के तौर पर काम करता है।