जमशेदपुर : मानगो थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड पर पूर्व कांग्रेसी नेता जितेंद्र सिंह के भाई संतोष सिंह की हत्या साल 2014 में हुई भाजपा नेता डब्बू दीक्षित की हत्या का बदला लेने के लिए की गई थी। इस मामले में मृतक संतोष सिंह के बड़े भाई जितेंद्र सिंह के आवेदन पर पुलिस ने डब्बू दीक्षित परिवार के लोगों के अलावा कई अन्य लोगों को नामजद किया है।
हत्या की घटना में यह लोग किए गए नामजद
इस मामले में डब्बू दीक्षित का बेटा रोहित दीक्षित मुख्य आरोपी है। इसके अलावा दीक्षित परिवार के प्रेम दीक्षित, डोली दीक्षित, गीता दीक्षित और उनके साथियों विमल गोप उर्फ टकला, शुभम कुमार, निखिल सिंह, गुरुद्वारा रोड के ही रहने वाले रौनक सिंह व घनश्याम सिंह समेत अन्य लोगों को नामजद किया गया है। घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने दीक्षित परिवार के घर पर छापामारी की। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। माना जा रहा है कि पुलिस इस हत्याकांड का जल्द खुलासा कर देगी।पुलिस की छानबीन में पता चला है कि ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह की हत्या में डब्बू दीक्षित के बेटे रोहित दीक्षित का मास्टरमाइंड है। रोहित दीक्षित ने ही हत्या की घटना का प्लान बनाया था।
घटना के दिन सफेद स्कूटी पर था रोहित
सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने रोहित दीक्षित को पकड़ लिया है। पुलिस का कहना है कि रोहित दीक्षित ने संतोष सिंह की हत्या की साजिश रची और वह कई दिन से संतोष की रेकी कर रहा था। बताया जा रहा है की घटना वाले दिन रोहित सफेद रंग की स्कूटी पर था। उसका एक साथी गाड़ी चला रहा था। रोहित ने भी संतोष पर गोलियां बरसाईं और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। सितंबर 2014 में हुई थी डब्बू दीक्षित की हत्या मानगो थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड पर सितंबर 2014 में डब्बू दीक्षित की हत्या हुई थी। इस मामले में कई लोग नामजद हुए थे। नामजद आरोपियों में पूर्व कांग्रेसी नेता जितेंद्र सिंह, उनके भाई संतोष सिंह भी थे। इन दोनों को पुलिस ने इस मामले में जेल भी भेजा था।