जमशेदपुर: लगातार दूसरे साल जमशेदपुर में डहरे टुसू परब यात्रा (Dahre tusu shobha yatra) निकाली गई। यह यात्रा इस बार मानगाे के साथ ही गम्हरिया से निकली। इसमें बड़ी संख्या में कुर्मी समाज के लोग शामिल हुए। गम्हरिया स्थित शहीद सांसद सुनील महतो की समाधी स्थल से यात्रा शुरु हुई जो साकची स्थित आमबगान में पहुंच समाप्त हुई। दिवंगत सांसद सुनील महतो की मां खादो देवी समेत अन्य उनके समाधी स्थल पर श्रद्धांजलि दी। सुनील महतो की मां ने यात्रा के वहां से रवाना किया।
(Dahre tusu shobha yatra)
यात्रा में 30 से अधिक वाहनों पर डीजे सेट लगा था। बड़ी संख्या में महिलाएं अपने हाथों में चौड़ल लेकर यात्रा में शामिल थी। मांदर, धमसे और डीजे की धुन पर लोग नाचते-गाते हुए साकची आमबगान तक पहुंचे। यहां यात्रा की समाप्ती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभिन्न टुसू नृत्य दलों ने एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।
झाकियां रही आकर्षण का केंद्र:
यात्रा के दौरान विभिन्न प्रकार की झांकियां और चोड़ल आकर्षण का केंद्र रहा। झांकियों के माध्यम से आदिकालीन कुड़माली संस्कृति, राढ़ सभ्यता से जुड़े वन्य जीवन शैली एवं कृषि सभ्यता की प्रारंभिक काल को लोगों के बीच दर्शाया गया। छऊ नृत्य दल भी यात्रा में शामिल रहा। छऊ मुखौटे में श्रीकृष्ण, राधा, सखियों जैसे प्रमुख किरदारों ने भी नृत्य प्रस्तुत किया।”
साकची में जाकर समाप्त हुई यात्रा:
मानगाे व गम्हरिया से निकली डहरे टुसू यात्रा साकची आमबगान मैदान में जाकर समाप्त हुई। यात्रा में बड़ी संख्या में लाेगाें के शामिल हाेने की वजह से शहर के कई जगह जाम की स्थिति देखने काे मिली। इसे नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी।
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