पलामू (झारखंड) : शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु, और सुखदेव की शहादत को सम्मान देने के लिए पलामू में रविवार को शहादत समारोह समिति द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई। यह प्रभात फेरी डलटनगंज के कचहरी चौक से प्रारंभ हुई। इसमें शामिल लोग हाथों में तख्तियां और पोस्टर लिए “शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव अमर रहें,” “इंकलाब जिंदाबाद,” “साम्राज्यवाद का नाश हो” आदि नारे लगाते चल रहे थे।
इप्टा के कलाकारों ने श्रद्धा-सुमन अर्पित किये
प्रभात फेरी महात्मा गांधी रोड होते हुए शहीद भगत सिंह चौक तक पहुंची, जहां समिति के वरिष्ठ सदस्यों और इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन (IPTA) के कलाकारों ने शहीदों के सम्मान में श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
“शहीदों ले लो मेरा सलाम…”
समिति की वरिष्ठ सदस्य शीला श्रीवास्तव, अहिल्या गिरि, वैजयंती गुप्ता, वीणा कुमारी, शालिनी श्रीवास्तव, चंदा झा सहित अन्य गणमान्य लोग भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद, IPTA के कलाकारों ने “शहीदों ले लो मेरा सलाम…,” “फांसी का झूला झूल गया मस्ताना भगत सिंह…” समेत अन्य देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये।
IPTA के राष्ट्रीय सचिव का संदेश
गीतों की प्रस्तुति के पश्चात, IPTA के राष्ट्रीय सचिव शैलेंद्र कुमार ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा, “भगत सिंह का मानना था कि धार्मिक भेदभाव समाप्त करने के लिए हर व्यक्ति को केवल ‘इंसान’ के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि किसी धर्म विशेष के आधार पर।” शत्रुघ्न शत्रु ने भी कहा कि वर्तमान समय में भगत सिंह के विचार और भी अधिक प्रासंगिक हैं।
शहीदों के बलिदान व जज्बे को किया गया याद
इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने देशभक्ति के जज्बे को याद करते हुए कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जैसे शहीदों के बलिदान ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। शहीदों की याद में आयोजित ऐसे कार्यक्रम हमें उनके बलिदान के प्रति सजग रहने और देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने की प्रेरणा देते हैं। शैलेंद्र कुमार ने कहा, “भगत सिंह के विचार और उनके बलिदान को हर भारतीय के दिल में जिंदा रखना हमारा कर्तव्य है।”