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DDUGU ने शोध और अकादमिक उत्कृष्टता में रचा इतिहास, नेचर इंडेक्स में यूपी के राज्य विश्वविद्यालयों में पहला स्थान

नेचर इंडेक्स एक वैश्विक मानक है, जो प्राकृतिक विज्ञानों में उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रकाशनों को ट्रैक करता है। हर वर्ष 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक के शोध डेटा का मूल्यांकन करके यह रैंकिंग जारी की जाती है।

by Anurag Ranjan
DDUGU ने शोध और अकादमिक उत्कृष्टता में रचा इतिहास, नेचर इंडेक्स में यूपी के राज्य विश्वविद्यालयों में पहला स्थान
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गोरखपुर : दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) ने शोध और अकादमिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई हासिल की है। विश्वविद्यालय ने प्रतिष्ठित नेचर इंडेक्स रैंकिंग में उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में पहला स्थान प्राप्त किया है, जो इसके उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्य और योगदान का स्पष्ट प्रमाण है। विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व और कुलपति प्रो. पूनम टंडन के मार्गदर्शन में मिली है।

नेचर इंडेक्स रैंकिंग

नेचर इंडेक्स एक वैश्विक मानक है, जो प्राकृतिक विज्ञानों में उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रकाशनों को ट्रैक करता है। हर वर्ष 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक के शोध डेटा का मूल्यांकन करके यह रैंकिंग जारी की जाती है। 2024 के लिए, डीडीयूजीयू ने राज्य विश्वविद्यालयों के बीच पहला स्थान प्राप्त किया। इसने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय (VBSPU), किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी, और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) मेरठ जैसे विश्वविद्यालयों को पीछे छोड़ते हुए यह सम्मान हासिल किया।

शोध उपलब्धियाँ

इस सफलता का श्रेय डीडीयूजीयू के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्य को जाता है। 2024 में, विश्वविद्यालय के तीन शोध पत्र प्रतिष्ठित नेचर इंडेक्स पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए—दो रसायन विज्ञान (Chemistry) और एक भौतिक विज्ञान (Physical Sciences) में। इन शोध पत्रों के प्रमुख शोधकर्ताओं में डॉ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव और डॉ. अरविंद कुमार यादव का नाम शामिल है।

प्रमुख रैंकिंग उपलब्धियाँ

डीडीयूजीयू ने अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के मुकाबले शानदार प्रदर्शन किया है।
• भारत के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में डीडीयूजीयू 83वें स्थान पर है, और विश्वविद्यालयों में 36वें स्थान पर है, जो कि 2023 के 95वें स्थान से 12 अंकों की छलांग है।
• रसायन विज्ञान श्रेणी में, 258 उच्च शिक्षा संस्थानों में डीडीयूजीयू 81वें स्थान पर है और विश्वविद्यालयों में 30वें स्थान पर है, जो कि 2023 में 141वें स्थान से एक बड़ी छलांग है।
• भौतिक विज्ञान श्रेणी में, 245 उच्च शिक्षा संस्थानों में डीडीयूजीयू 90वें स्थान पर और विश्वविद्यालयों में 43वें स्थान पर है।

शोध प्रकाशन में वृद्धि

डीडीयूजीयू का वैश्विक नेचर इंडेक्स प्रकाशनों में योगदान 2020 में 0.091 से बढ़कर 2024 में 1.83 हो गया है। इसके अलावा, स्कोपस-इंडेक्स शोध पत्रों की संख्या 2020 में 98 से बढ़कर 2024 में 242 हो गई है, जो कि ढाई गुना वृद्धि है। यह प्रदर्शन डीडीयूजीयू की शोध संस्कृति के विस्तार और गुणवत्ता में वृद्धि को दर्शाता है।

नवाचार और बौद्धिक संपदा में प्रगति

डीडीयूजीयू ने नवाचार और बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति की है। पिछले छह महीनों में विश्वविद्यालय ने 30 पेटेंट दाखिल किए हैं और 50 नए पेटेंट और कॉपीराइट दाखिल करने की प्रक्रिया में है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने अपनी शोध अवसंरचना को मजबूत करने के लिए “MERU (Multidisciplinary Education and Research University) योजना” के तहत ₹100 करोड़ का अनुदान प्राप्त किया है।

प्रमुख संस्थागत मान्यता

डीडीयूजीयू को कई प्रमुख संस्थागत मान्यताएँ प्राप्त हुई हैं, जिनमें शामिल हैं:
• UGC श्रेणी-1 (Category 1) संस्थान का दर्जा
• स्किमैगो वर्ल्ड रैंकिंग
• QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी एशिया रैंकिंग
• वेबोमेट्रिक्स रैंकिंग
• NAAC A++ प्रत्यायन

कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “ये उपलब्धियाँ हमारे संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम हैं। डीडीयूजीयू की शोध संस्कृति और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता ने हमें न केवल राज्य में बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित किया है।”

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