देहरादून : दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद अब प्रशासन चारधाम यात्रा के लिए मास्टर प्लान बनाने में जुट गया है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर चारधाम यात्रा के प्रबंधन का उत्तरदायित्व आईजी अरुण मोहन जोशी को सौंपा गया है। इस यात्रा प्रबंधन में भीड़ को नियंत्रित करने और रूट डायवर्जन आदि संभावित समस्याओं के समाधान के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
इन अधिकारियों को सौंपी गई है जिम्मेदारी
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे निर्माण के साथ ही, अब इससे होकर, गुजरने वाले तीर्थ यात्रियों के भीड़ का प्रबंधन करना प्रशासन के लिए एक चुनौती होगी। इसी संभावना को देखते हुए, यात्रा के लिए मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। आईजी अरुण मोहन जोशी, यात्रा प्रबंधन का उत्तरदायित्व संभालेंगे। वहीं एसपी लोकजीत को निदेशालय द्वारा यात्रा का नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
एक्सप्रेस-वे पर अधिक भीड़ की संभावना
इस एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद सबसे बड़ी चुनौती तीर्थ यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करना होगा। अधिकतर तीर्थ यात्री दिल्ली और उत्तर प्रदेश से आते हैं। भीड़ के बेहतर प्रबंधन पर अधिक काम किया जा रहा है। तीर्थ यात्री अक्सर गंगोत्री और यमुनोत्री से अपनी तीर्थ यात्रा की शुरुआत करते हैं, इससे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर अधिक भीड़ लगने की संभावना होगी।
चार चरणों में शुरू होगी यात्रा
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे चार धाम यात्रा को चार चरणों में प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है। यह एक्सप्रेस-वे कुल 189 किलोमीटर का है। पहले चरण में दिल्ली से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे जंक्शन का कार्य फरवरी तक पूरा हो सकता है। वहीं दूसरे चरण में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे जंक्शन से सहारनपुर के बीच की दूरी होगी। तीसरा चरण सहारनपुर से गणेशपुर तक का होगा, वहीं चौथा और अंतिम चरण गणेशपुर से देहरादून तक का होगा। इन रास्तों पर रूट डायवर्जन और भीड़ प्रबंधन को लेकर मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
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