Home » दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘ठुल्ला’ टिप्पणी पर दी सफाई, पुलिसकर्मियों का अपमान नहीं था उद्देश्य

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘ठुल्ला’ टिप्पणी पर दी सफाई, पुलिसकर्मियों का अपमान नहीं था उद्देश्य

जो बातें हम बचपन में बोलते हैं, वे भाषा पर नियंत्रण के अभाव के कारण होती हैं।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में की गई अपनी ‘ठुल्ला’ टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरीं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सफाई दी है कि उनका उद्देश्य पुलिसकर्मियों को नीचा दिखाना नहीं था। उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षा बलों के प्रति अपार सम्मान है और वे इस गलती को स्वीकार करती हैं।

मुख्यमंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा, “दिल्ली विधानसभा में दिए गए भाषण के दौरान मैंने एक कहानी सुनाते हुए ‘ठुल्ला’ शब्द का उपयोग किया। यह मेरी गलती थी, लेकिन मेरा उद्देश्य किसी पुलिसकर्मी या जवान को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं पुलिसकर्मियों का बहुत सम्मान करती हूं।”

‘ठुल्ला’ टिप्पणी पर विपक्षी दलों का विरोध
‘ठुल्ला’ शब्द आमतौर पर सड़क की भाषा में निचले दर्जे के पुलिसकर्मियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 28 मार्च को विधानसभा में दिए गए बयान को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने रेखा गुप्ता की कड़ी आलोचना की थी और इसे पुलिस बल का अपमान बताया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी देश की सेवा में 24 घंटे तत्पर रहते हैं। वे बिना भोजन, नींद और अपने परिवार की परवाह किए बिना एक फोन कॉल पर उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि कभी-कभी व्यक्ति अनजाने में ऐसी बातें कह देता है, जिनका कोई गलत उद्देश्य नहीं होता।

पुराने बयानों पर भी जताया खेद
रेखा गुप्ता, जो पहली बार विधायक बनी हैं और जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 26 वर्षों बाद दिल्ली की सत्ता में लाने में सफलता पाई, ने यह भी कहा कि उन्होंने पहले सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं को लेकर जो आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, वह उनकी अपरिपक्वता के कारण थीं। हर व्यक्ति के जीवन में परिपक्वता धीरे-धीरे आती है। जो बातें हम बचपन में बोलते हैं, वे भाषा पर नियंत्रण के अभाव के कारण होती हैं। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, हमें बेहतर समझ और जिम्मेदारी का अहसास होता है, उन्होंने कहा।

‘स्वच्छ दिल्ली अभियान’ की शुरुआत की खुद
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर और दीवार लेखन के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जिसकी शुरुआत उन्होंने स्वयं से की। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने महसूस किया कि उनके समर्थकों द्वारा भी पोस्टर लगाए गए हैं, तो उन्होंने जनता से माफी मांगी और अब इस प्रथा को समाप्त करने का संकल्प लिया है।

“मैंने अपने सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि हमें साफ-सुथरी और सुंदर दिल्ली के लिए काम करना है। पोस्टर और दीवार लेखन बंद करना होगा,” उन्होंने कहा।

जनसहभागिता पर जोर
रेखा गुप्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका कामकाज का तरीका जनसहभागिता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि ‘विकसित दिल्ली’, ‘स्वच्छ दिल्ली’ और ‘स्वस्थ दिल्ली’ का लक्ष्य केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि इसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी जरूरी है।

Related Articles