नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की रणभूमि में अब एक नया मोड़ आ गया है। शनिवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला होने का मामला सामने आया। इस घटना ने दिल्ली की सियासी हलचल को और तेज कर दिया है, क्योंकि केजरीवाल पर हमले को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।
AAP ने बीजेपी पर लगाया आरोप
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि यह हमला बीजेपी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि अरविंद केजरीवाल की कार पर हमला हुआ था। वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ की तरफ से उनकी कार पर पत्थर फेंका गया, जो गाड़ी से ऊपर की दिशा में उछलता हुआ नजर आता है।
AAP ने इस वीडियो के साथ लिखा, “हार के डर से बौखलाई BJP, अपने गुंडों से करवाया अरविंद केजरीवाल जी पर हमला!” पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा के समर्थकों ने चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल पर ईंट-पत्थर से हमला कर उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश की। AAP ने कहा कि इस कायराना हमले से केजरीवाल जी को डराने की कोशिश की गई, लेकिन केजरीवाल इस प्रकार की हरकतों से डरने वाले नहीं हैं। पार्टी का दावा है कि दिल्ली की जनता इस हमले का जवाब वोटों के जरिए देगी।
बीजेपी ने उठाए आरोप
हालांकि, बीजेपी ने AAP के आरोपों को नकारते हुए एक अन्य वर्जन पेश किया है। बीजेपी के नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार परवेश वर्मा ने दावा किया कि घटना कुछ और ही थी। उनके मुताबिक, अरविंद केजरीवाल की गाड़ी बीजेपी कार्यकर्ता को कुचलते हुए आगे बढ़ गई, जिसके कारण कार्यकर्ता का पैर टूट गया। परवेश वर्मा ने कहा, “यह बेहद शर्मनाक है। मैं उस कार्यकर्ता का हालचाल जानने के लिए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज जा रहा हूं।”
वर्मा का कहना था कि यह घटना तब हुई जब केजरीवाल का काफिला चुनाव प्रचार के दौरान तेज गति से चल रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP ने इस घटना को पूरी तरह से तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।
राजनीतिक सियासत में और तूल
इस घटनाक्रम ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में और सियासी उथल-पुथल पैदा कर दी है। अरविंद केजरीवाल और परवेश वर्मा के बीच चुनावी मुकाबला जोरों पर है और इस प्रकार की घटनाएं दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं। केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के दिग्गज नेता परवेश वर्मा के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे, और इस तरह के विवाद चुनावी प्रचार को और भी गरम कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के कार्यकर्ता केजरीवाल के खिलाफ हिंसा का सहारा ले रहे हैं, जबकि बीजेपी का कहना है कि AAP इस घटना का गलत फायदा उठा रही है।
इस घटनाक्रम का दिल्ली की राजनीति पर गहरा असर पड़ सकता है। आगामी चुनावों में चुनावी रणनीतियां और जनमत पर इस प्रकार की घटनाओं का प्रभाव पड़ता है। केजरीवाल का आरोप है कि बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है, लेकिन उनका और उनकी पार्टी का मनोबल ऊंचा है। वहीं, बीजेपी की प्रतिक्रिया यह बताती है कि वह इस घटनाक्रम को पूरी तरह से अपनी पार्टी के खिलाफ एक साजिश मानती है।
चुनाव के नजदीक आते ही इस तरह के विवादों का बढ़ना संभावित है, जो दोनों प्रमुख पार्टियों की सियासी धाराओं को और भी तेज कर सकता है। अब देखना यह होगा कि इस हमले के आरोपों का चुनावी परिणाम पर कितना असर पड़ता है और दिल्ली की जनता किसे अपनी वोट की ताकत से जवाब देती है।
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