नई दिल्ली : दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में क्रिसमस की सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई और कई फ्लाइटों का संचालन प्रभावित हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली समेत एनसीआर में दिन भर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और तड़के सुबह घने कोहरे की चेतावनी दी है।
विजिबिलिटी न्यूनतम स्तर पर
अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 22 डिग्री सेल्सियस और 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है, शहर के आधिकारिक मौसम स्टेशनों सफदरजंग और पालम, दोनों ही स्टेशनों पर विजिबिलिटी सिर्फ 100 मीटर दर्ज की गई है। रनवे पर विजिबिलिटी 125 मीटर से भी कम दर्ज की गई है।
दिल्ली एयरपोर्ट ने किया ट्वीट
दिल्ली हवाई अड्डे की ओर से सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर पुष्टि की गई कि विमानों के उतरने और उड़ान भरने का काम जारी है, लेकिन कैट-3 नेविगेशन सिस्टम से लैस नहीं होने के कारण कई उड़ानों में व्यवधान आ सकता है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे उड़ान की पूर्व जानकारी के लिए अपनी एयरलाइंस से संपर्क करें। किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है, हवाई अड्डे ने सुबह 5.45 बजे यह ट्वीट किया।
क्या होता है कैट-3 नेविगेशन सिस्टम
कैट-3 सिस्टम विमान को वर्तमान में प्रभावित क्षेत्र में कम विजिबिलिटी की स्थिति में सुरक्षित रूप से लैंड करने की अनुमति देता है। इससे पहले दिन में, 1.40 बजे, हवाई अड्डे ने नोट किया कि कम विजिबिलिटी की स्थिति तो बनी हुई है, लेकिन उड़ान संचालन सामान्य रहा।
AQI क्वालिटी बेहद खराब श्रेणी में
इस बीच, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 6 बजे 334 दर्ज किया गया और इसे ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में रखा गया है। मंगलवार शाम को बारिश के बाद, AQI थोड़ा सुधरकर 358 हो गया था, जिससे GRAP-IV प्रतिबंधों को हटाने का संकेत मिला, जिसमें निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध शामिल था। कुल 37 निगरानी केंद्रों में से दो- मुंडका और नेहरू नगर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई, जबकि 32 स्टेशन ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में आए है।

अगले तीन दिन हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो कि औसत से अधिक है, पूरे दिन बादल छाए रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त, आईएमडी ने 26 से 28 दिसंबर तक दिल्ली में बारिश होने का अनुमान जताया है।
क्रिसमस की पूर्व संध्या पर, दिल्ली में मौसम में अप्रत्याशित रूप से बदलाव देखा गया और शहर के विभिन्न इलाकों में हल्की बारिश हुई, जिससे त्योहार के मौसम में ठिठुरन बढ़ गई। मंगलवार को हुई इस बारिश ने राजधानी में चल रही प्रदूषण की समस्याओं से कुछ अल्पकालिक राहत प्रदान की।