बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस के पूर्व महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 68 वर्षीय ओम प्रकाश का शव रविवार, 20 अप्रैल को बेंगलुरु स्थित उनके घर में पाया गया। इस मामले में उनकी पत्नी पल्लवी और बेटी कृति मुख्य संदिग्ध के तौर पर सामने आई हैं। पुलिस इस हत्याकांड की हर पहलू से जांच कर रही है।
झगड़ा बना हत्या की वजह
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार दोपहर ओम प्रकाश और उनकी पत्नी पल्लवी के बीच एक प्रॉपर्टी को लेकर तीखा झगड़ा हुआ। बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश ने यह संपत्ति अपने एक रिश्तेदार के नाम ट्रांसफर कर दी थी, जिससे पल्लवी नाराज थीं। विवाद इतना बढ़ा कि पल्लवी ने ओम प्रकाश पर लाल मिर्च पाउडर फेंका, उन्हें बांध दिया और फिर चाकुओं से गोदकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद कथित तौर पर कांच की बोतल से भी हमला किया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की कार्यवाही
बेंगलुरु पुलिस की डीसीपी (साउथ ईस्ट) सारा फातिमा ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके बेटे को सौंप दिया गया है। शव को HSR लेआउट में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जबकि अंतिम संस्कार विल्सन गार्डन में किया जाएगा।
पल्लवी के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पल्लवी स्किज़ोफ्रेनिया नामक मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं। हत्या के बाद उन्होंने एक पुलिसकर्मी की पत्नी को खुद इस घटना की जानकारी दी थी, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। क्राइम सीन पर पहुंची पुलिस ने पल्लवी और उनकी बेटी कृति को हिरासत में लेकर करीब 12 घंटे तक पूछताछ की।
बेटे कार्तिकेश ने लगाए गंभीर आरोप
ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने इस मामले में अपनी मां और बहन पर सीधा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा:
“मेरी मां पिछले एक हफ्ते से मेरे पिता को जान से मारने की धमकी दे रही थीं। इसी वजह से वे अपनी बहन सरिता कुमारी के घर चले गए थे। दो दिन पहले मेरी बहन कृति उन्हें जबरदस्ती वापस घर लेकर आई थी।”
कार्तिकेश ने आगे बताया कि घटना के समय वे घर पर नहीं थे। पड़ोसी से फोन पर जानकारी मिलने के बाद वे घर पहुंचे। उनका मानना है कि यह हत्या एक साजिश के तहत की गई और उनकी मां व बहन इसमें शामिल हैं।
कर्नाटक पुलिस की जांच जारी
पुलिस के अनुसार, ओम प्रकाश के शरीर पर कई घाव पाए गए हैं और हमले में दो चाकुओं का इस्तेमाल हुआ है। फिलहाल पुलिस पल्लवी की मानसिक स्थिति की भी जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि बेटी कृति की इस हत्याकांड में कितनी भूमिका थी।
ओम प्रकाश का परिचय
ओम प्रकाश 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी थे। वे मार्च 2015 में कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक नियुक्त किए गए थे। इससे पहले वे फायर एंड इमर्जेंसी सर्विस, होम गार्ड जैसे विभागों का नेतृत्व कर चुके थे। मूल रूप से बिहार के रहने वाले ओम प्रकाश के पास जियोलॉजी में मास्टर डिग्री थी।
फिलहाल पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है और परिवार के सभी सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। आने वाले दिनों में इस हत्याकांड से जुड़े और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।