धनबाद (झारखंड): जिले के बलियापुर प्रखंड अंतर्गत आसनबनी मौजा में सेल टासरा (SAIL Tasra) द्वारा अधिग्रहीत 42 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासनिक दल को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। गुरुवार को सीओ प्रवीण कुमार सिंह, थाना प्रभारी आशीष भारती और प्रभारी बीपीआरओ मोहम्मद आलम की अगुवाई में पुलिस-प्रशासन की टीम जब अतिक्रमण हटाने पहुंची तो ग्रामीण हरवे-हथियार के साथ मैदान में उतर आए।
तनावपूर्ण रहा माहौल, जेसीबी से ढहाए गए घर
जैसे ही प्रशासनिक दल ने जेसीबी मशीन से समतलीकरण का कार्य शुरू कराया, विरोध तेज हो गया। ग्रामीणों ने जमीन पर बने अपने मकानों को बचाने के लिए विरोध जताया। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसी दौरान प्रशासन द्वारा कई अस्थायी निर्माण ढहाए गए। पुलिस के भारी सुरक्षा घेरे के बीच कई दौर की नोकझोंक भी हुई, लेकिन अंततः प्रशासन की कार्रवाई जारी रही।
80% रैयतों को मिल चुका है मुआवजा
प्रशासन ने बताया कि सेल टासरा परियोजना के तहत अधिग्रहीत इस भूमि के लगभग 80% रैयतों को मुआवजा का भुगतान किया जा चुका है। बाकी ग्रामीणों की आपत्ति के बावजूद भूमि पर कब्जा जमाने की प्रक्रिया जारी है और प्रशासन का कहना है कि अवैध अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस बल की तैनाती, स्थिति नियंत्रण में
घटना के बाद से क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और कार्यवाही कानूनी प्रक्रिया के तहत की जा रही है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी भी प्रकार की अवैध कब्जेदारी को सख्ती से हटाया जाएगा।
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