Dhanbad/Katras (Jharkhand) : झारखंड के धनबाद जिला स्थित कतरास की मां अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी में हुए दर्दनाक हादसे (भू-धंसान) के बाद मृतकों का पोस्टमार्टम और शवों को परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है। शनिवार को जहां अमन सिंह, गयासुर और राहुल रवानी का पोस्टमार्टम किया गया था, वहीं रविवार को तीन और मृतकों – रूपक महतो, स्वरूप गोप और अमित बगाल – के शवों का भी पोस्टमार्टम कर उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भारी संख्या में मृतकों के परिवार के सदस्य और शुभचिंतक मौजूद थे। उनके रोने-बिलखने से पूरे इलाके में गम का माहौल था। रूपक महतो के एक रिश्तेदार विजय कुमार ने बताया कि रूपक एक बहुत ही अच्छा लड़का था और घर चलाने के लिए उसने आउटसोर्सिंग कंपनी में काम करना शुरू किया था।
दो शवों की तलाश जारी
इसी बीच, हादसे में लापता हुए दो अन्य लोगों के परिजन भी अस्पताल पहुंचे हैं। कतरास क्षेत्र से आई पुनपुन देवी ने बताया कि अस्पताल के मोर्चरी में एक लावारिस शव पड़ा है, जो उनके भाई संतोष तुरी का है। हालांकि, इस मामले में अभी तक पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है। एक अन्य महिला सोनी देवी के परिजनों को भी उनकी लाश नहीं मिली है, जिसके लिए उन्होंने रामकनाली पुलिस से संपर्क किया है। परिजनों ने आउटसोर्सिंग कंपनी और स्थानीय पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए इस पूरे मामले की गहन जांच की मांग की है।