Jamshedpur (Jharkhand) : जमशेदपुर के बोड़ाम थाना क्षेत्र स्थित डिमना लेक में सोमवार देर शाम नहाने के दौरान हुए दर्दनाक हादसे में डूबे दो छात्रों में से एक, मानगो निवासी 15 वर्षीय प्रतीक रजक का शव मंगलवार सुबह लगभग पौने 11 बजे बरामद कर लिया गया। प्रतीक का शव सोनारी दोमुहानी से आई गोताखोरों की विशेष टीम ने झील के घाट से करीब 60 फीट दूर और 25 फीट की गहराई से निकाला। शव मिलते ही मौके पर मौजूद प्रतीक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, जिससे वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।
शिक्षक के बेटे की दुखद मौत, शोक में डूबा परिवार
प्रतीक के पिता जयंत रजक आदिवासी प्लस टू हाई स्कूल, बांगुड़दा में शिक्षक हैं और मूल रूप से पटमदा के कमलपुर थाना क्षेत्र के बांगुड़दा गांव के निवासी हैं। उनका पूरा परिवार पिछले कई वर्षों से डिमना में ही निवास कर रहा है। इस दुखद घटना ने परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है।
प्रशासन की निगरानी में तलाशी अभियान जारी
हादसे की जानकारी मिलते ही पटमदा डीएसपी वचन देव कुजूर, बोड़ाम थाना प्रभारी मनोरंजन कुमार, पुलिस उपनिरीक्षक शिवशंकर भगत, सहायक उपनिरीक्षक सुरेश प्रसाद वर्मा, चौकीदार चंदन कुमार सिंह और सशस्त्र बल के जवान तुरंत मौके पर पहुंच गए और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। घटनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हो गए हैं और अब भी नितिन के शव का इंतजार कर रहे हैं, जो अब तक नहीं मिल सका है।
दोस्तों के साथ नहाने गए थे छात्र, गहराई का अंदाजा नहीं लगा
बताया जा रहा है कि सोमवार रात प्रतीक और नितिन अपने दोस्तों अबीर, विशाल, रोहन और निशांत के साथ डिमना लेक के कुटिममाली के हांसाडूंगरी (टापू) घाट पर नहाने पहुंचे थे। नहाते समय पानी की गहराई और तेज बहाव का अंदाजा न लग पाने के कारण दोनों छात्र अचानक गहरे पानी में समा गए। गोताखोरों की टीम लगातार नितिन की तलाश में जुटी हुई है और प्रशासन की पूरी निगरानी में तलाशी अभियान जारी है। यह घटना डिमना लेक में सुरक्षा उपायों की कमी पर भी सवाल खड़े कर रही है।