रांची : दीपंकर श्री ज्ञान का शनिवार की सुबह एम्स, नई दिल्ली में निधन हो गया। निगम बोध घाट पर आज साढ़े बजे अंतिम संस्कार होगा। वे संयुक्त सचिव सह निदेशक सूचना एंव जनसंपर्क विभाग झारखंड भवन नई दिल्ली में कार्यरत थे। वे हाईकोर्ट के पूर्व जज विक्रमादित्य प्रसाद के पुत्र थे।
विक्रमादित्य प्रसाद का भी 2020 में निधन हो गया था। दीपंकर का जन्म 23 मार्च 1969 को हुआ था। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से रसायनशास्त्र में एम. एस.सी., एल.एल.बी. की थी। हैदराबाद विश्वविद्यालय से रूरल व ट्राइबल डेवलपमेंट में पीजी डिप्लोमा किया था।
बिहार प्रशासनिक सेवा (वर्तमान में झारखंड प्रशासनिक सेवा) में योगदान से पूर्व पटना उच्च न्यायालय के साथ-साथ करीब छह वर्षों तक देश-विदेश में वकालत की। हजारीबाग जिले में कार्यपालक दंडाधिकारी रहते हुए जिले के सर्वश्रेष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का पुरस्कार प्राप्त किया।
वर्ष 2016 में गांधी विनोबा शांति पुरस्कार से सम्मानित किए गए। ‘योजना’, ‘कुरुक्षेत्र’, ‘राजघट समाधि’, ‘हिन्दी विवेक’, ‘कर्तव्य ‘चक्र’, ‘हरिजन सेवा’ समेत अनेक पत्र-पत्रिकाओं में उनके लेख प्रकाशित हैं। उन्होंने चंपारण एक दास्तां पुस्तक का संपादन किया।
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वर्ष 2015 से 2022 तक गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक का दायित्व निभाया। समिति से प्रकाशित पत्रिका ‘अंतिम जन’ के प्रधान सम्पादक का दायित्व भी उनपर था। उनके निधन पर समाज के अलग-अलग वर्गों की ओर से गहरा शोक व्यक्त किया गया है।