नई दिल्ली: एम्स (AIIMS) के डॉक्टर्स हॉस्टल में बार-बार चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाली एक डिप्लोमाधारी महिला को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह महिला गाजियाबाद से 50 किलोमीटर का सफर तय कर सफेद कोट पहनकर हॉस्टल में डॉक्टर बनकर दाखिल होती थी और केवल गहनों की चोरी करती थी। पुलिस ने उसके पास से करीब 2.5 लाख रुपये के गहने, नकदी और विदेशी मुद्रा बरामद की है। चोरी में इस्तेमाल स्कूटी भी जब्त कर ली गई है।
पुराना कनेक्शन: 2023 में भी कर चुकी थी चोरी
दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी अंकित चौहान के अनुसार, आरोपी महिला गाजियाबाद के बृज विहार की रहने वाली है और उसने 2023 में एम्स में काम किया था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह उस समय भी चोरी कर चुकी थी, लेकिन किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा और साइंस में ग्रेजुएशन करने वाली यह महिला महंगे गहनों की शौकीन थी, लेकिन उनके लिए पैसे नहीं थे।
योजना ऐसे बनाई: पढ़ाई के दौरान उसने देखा कि हॉस्टल के कमरे अक्सर खुले रहते हैं, और सिक्योरिटी चेक से बचने के लिए उसने डॉक्टर का सफेद कोट (एप्रन) पहनना शुरू कर दिया। उसने चोरी के लिए सिर्फ गहनों को चुना, ताकि इलेक्ट्रॉनिक सामान की ट्रैकिंग से बच सके। वारदात के बाद वह स्कूटी से गाजियाबाद लौट जाती थी।
कैसे पकड़ी गई चोरनी?
27 मार्च को एम्स हॉस्टल में चोरी की शिकायत हौज खास थाने में दर्ज की गई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। एसीपी राजेंद्र प्रसाद, एम्स चौकी इंचार्ज दीपेंद्र, एसआई बिशन, एएसआई रमेश, हेड कांस्टेबल मुकेश और कॉन्स्टेबल दीक्षा की टीम ने जांच शुरू की।

पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें एक महिला डॉक्टर के कोट में गैलरी में घूमती नजर आई। इसके बाद सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और स्कूटी के नंबर की मदद से गाजियाबाद में छापा मारा गया। पुलिस ने आरोपी को सोने की चेन, अंगूठी, झुमके, ब्रेसलेट और अन्य चुराए गए सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया।
क्या और भी वारदातों में शामिल थी आरोपी?
डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि पुलिस अब आरोपी के अपराध इतिहास की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसने पहले भी इसी तरह की चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस को शक है कि यह महिला एम्स के अलावा अन्य अस्पतालों में भी चोरी कर सकती है।
फिलहाल, आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है और जल्द ही इसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।