रांची: रिम्स में मरीजों को हो रही पेयजल समस्या को गंभीरता से लेते हुए रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार ने शुक्रवार को अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल प्रशासन और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। विशेष रूप से खराब पड़े वाटर प्यूरीफायर को जल्द से जल्द दुरुस्त करने और जहां आवश्यक हो वहां नए वाटर प्यूरीफायर इंस्टॉल करने के निर्देश दिए गए। डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट-2 सह जनसंपर्क अधिकारी डॉ राजीव रंजन ने बताया कि रिम्स में पानी की समस्या से इनकार नहीं किया जा सकता। इसे ध्यान में रखते हुए प्रबंधन ने ओपीडी कॉम्प्लेक्स, मेडिसिन ओपीडी, गायनी ओपीडी, न्यू ट्रॉमा सेंटर, सेंट्रल इमरजेंसी, सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक (कार्डियोलॉजी) समेत विभिन्न स्थानों पर कुल 11 वाटर प्यूरीफायर लगाने का निर्णय लिया है। इनमें से कुछ इंस्टॉल किए जा चुके हैं, जबकि शेष कार्य प्रगति पर है।
प्यूरीफायर की होगी निगरानी
डॉ राजीव कुमार ने यह भी बताया कि कुछ असामाजिक तत्व वाटर प्यूरीफायर के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं, जिससे मरीजों को परेशानी हो रही है। इस पर रोक लगाने के लिए सख्त निगरानी और आवश्यक कार्रवाई की बात कही गई है। साथ ही पीएचईडी विभाग को भी त्वरित कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है।