Jharkhand Election 2024: चुनाव के पास आते ही नेतागण एक पार्टी को छोड़कर दूसरे पार्टी में शामिल हो जाते है, ये हम सबने हरियाणा चुनाव में बखूबी देखा। ताजा दल बदल का मामला आजसू से आया है। आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। चुनाव से पहले इसे एनडीए के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
उमाकांत रजक का इस्तीफा
खबर है कि इस्तीफे के बाद वो अपने समर्थकों के साथ रांची पहुंचकर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने वाले है। हांला कि इस बात की चर्चा कई दिनों से थी। उमाकांत रजक ने इस्तीफे के बाद कहा कि वो यहां कुछ नहीं बोलेंगे, जो बोलना होगा, वो रांची पहुंचकर बोलेंगे। अपने इस्तीफे के संबंध में उन्होंने कहा कि पार्टी ने टिकट नहीं दिया, तो इस्तीफा देना पड़ा।
लेकिन अब तक उन्होंने झामुमो में शामिल होने को लेकर कोई भी बयान नहीं दिया है। माना जा रहा है कि झामुमो उन्हें चंदनकियारी से टिकट दे सकती है। इससे पहले चंदनकियारी से झामुमो के पूर्व प्रत्याशी विजय रजवार भी अपने समर्थकों के साथ रांची पहुंचे थे। लेकिन उनकी बात नहीं बनी और सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें टिकट संबंधी कोई भी आश्वासन नहीं दिया।
इसके बाद से ही उमाकंत के पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थी। एनडीए ने सीट बंटवारे के तहत आजसू को 10 सीटें दी गई थी। चंदनकियारी सीट इस बार बीजेपी के पाले में गिरी है। बीजेपी विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी, जो कि चंदनकियारी विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते है। उनकी सीट को पार्टी आजसू को देने के बारे में सोच नहीं सकती है।
कौन है उमाकांत रजक
उमाकांत रजक काफी लंबे समय तक मजदूर नेता रहे है। वे बोकारो स्टील प्लांट के भी कर्मचारी रह चुके है। झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर भी उनकी अहम भूमिका रही है। अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत उन्होंने झामुमो से ही की थी। 2005 में पहली बार झामुमो का साथ छोड़कर चुनाव लड़े और चंदनकियारी से विधायक बने। राज्य के श्रममंत्री के तौर पर भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी है। लेकिन 2014 और 2019 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
क्या कहा हेमंत सोरेन ने
हेमंत सोरेन ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया से पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है कि उमाकांत रजक और श्री केदार हाजरा जी झामुमो में शामिल हो चुके है। सोरन ने लिखा, झारखंड के दो कर्मठ नेताओं श्री केदार हाजरी जी और भाई उमाकांत रजक जी का अपने हजारों समर्थकों के साथ झामुमो परिवार में स्वागत है। जीतेगा झारखंड।
दरअसल जमुआ के वर्तमान विधायक केदार हाजरा को भी बीजेपी छोड़ना पड़ा। क्यों कि दो दिन पहले ही बीजेपी ने कांग्रेस उम्मीदवार डॉ मंजू कुमारी को बीजेपी में शामिल किया, जो कि 2019 के चुनाव में कांग्रेस की सीट पर जमुआ विधानसभा सीट पर रनर अप रह चुकी है। इसलिए हाजरा ने अपनी उम्मीदवारी पुख्ता करने के लिए बीजेपी का दामन छोड़ झामुमों का आसरा ले लिया है।