गोरखपुर : जिले के जंगल कौड़िया ब्लॉक के दहला ग्राम सभा में 15वें वित्त आयोग से जारी बजट में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान गलत तरीके से एक फर्म के खाते में किया गया है, जिससे प्रशासन में हलचल मच गई है। इस मामले को लेकर अधिकारियों ने गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं।
क्या था मामला?
जनवरी 2024 में दहला ग्राम सभा के अंतर्गत लालमन के घर से सोमई के घर तक भूमिगत नाली बनाई गई थी। इस कार्य के लिए मजदूरी का भुगतान यशके ट्रेडिंग कंपनी नामक फर्म के खाते में किया गया, जबकि यह भुगतान मजदूरों को सीधे मिलना चाहिए था। इस कार्य के लिए कुल 41,905 रुपये का भुगतान किया गया था।
इसके अलावा, पांचवे राज्य वित्त आयोग के तहत तीन हैंड पंपों का रीबोर किया गया था, जिसका बाउचर 25 जनवरी 2025 को जारी किया गया। इस कार्य के लिए कुल 90,300 रुपये का भुगतान किया गया था, लेकिन जांच में यह पाया गया कि भुगतान के लिए फर्जी बिल लगाए गए थे।
जांच का आदेश
ई ग्राम स्वराज पोर्टल के माध्यम से मामले की जांच की गई और इसमें अनियमितताएं पाई गईं। ग्रामीणों ने इस प्रकार के भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की आवश्यकता जताई। इस पर गोरखपुर के जिला पंचायत राज अधिकारी निलेश प्रताप सिंह ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं और मामले की गहनता से जांच की बात कही है।
यह मामला गोरखपुर जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की सक्रियता को उजागर करता है, और उम्मीद जताई जा रही है कि इस जांच से इस प्रकार की गड़बड़ियों पर लगाम लगेगी।
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