अयोध्या/Dress code Changed: अयोध्या के राम मंदिर में सोमवार 1 जुलाई से ड्रेस कोड लागू किया गया है। वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी, 4 सहायक पुजारी और 20 ट्रेनी पुजारी अब विशेष ड्रेस में नजर आएंगे। इसके साथ ही राममंदिर में गर्भगृह के पुजारी अभी केसरिया साफा, कुर्ता और धोती पहनते थे, लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट ने इसमें बदलाव कर नया ड्रेस कोड लागू किया है। पुजारी अब पीली पीतांबरी चौबंदी के साथ धोती और सिर पर साफा बांधेंगे।
मंदिर के सहायक पुजारी ने बताया कि धर्मशास्त्रों के अनुसार पुजारियों को ऐसे वस्त्र नहीं पहनने चाहिए, जिनमें पांव या फिर सिर डालना पड़े। इस कारण यह नया ड्रेस कोड लागू किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पहले पुजारी सामान्य कुर्ता-पायजामा पहनकर आ जाते थे। अब नए ड्रेस कोड को लागू कर दिया गया है जिससे एकरूपता आएगी। इससे मंदिर के वरिष्ठ पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास भी सहमत हैं।
Dress code Changed: मंदिर में फोन नहीं ले जा पाएंगे पुजारी
अब रामलला के गर्भगृह में पुजारी एंड्रॉयड फोन नहीं ले जा पाएंगे। यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया गया है। वहीं इन दिनों राम मंदिर परिसर के अंदर से कुछ ऐसी तस्वीरें आई थीं, जिनको लेकर काफी बवाल हुआ था। इसमें से एक तस्वीर पानी टपकने वाली भी थी। इसको लेकर बाद में ट्र्स्ट ने सफाई देते हुए कहा था कि जिस स्थान पर रामलला विराजमान हैं, वहां एक बूंद भी पानी नहीं टपका है।
Dress code Changed: 5 घंटे की सेवा देंगे पुजारी
रामलला मंदिर में हर सहायक पुजारी को अब 5 घंटे पूजा अवश्य करनी होगी। मंदिर में अभी 4 सहायक पुजारी हैं। हर सहायक पुजारी के साथ ही 5 ट्रेनी पुजारी भी लगे हुए हैं। वहीं रामलला के मंदिर में सेवा की शुरुआत सुबह 3 बजकर 30 मिनट से हो जाती है। इसके बाद यह रात 11 बजे तक होती है। पुजारियों की हर टीम को अब 5-5 घंटों की सेवा देनी होगी।
Dress code Changed: हर पहर के लिए अलग-अलग होंगे पुजारी
रामलला की भोग आरती दोपहर 12 बजे होती है। वहीं संध्या आरती शाम 7 बजकर 20 मिनट पर होती है। इसके बाद भोग आरती 8 बजे होती है। शयन आरती 10 बजे होती है। इसके बाद गर्भगृह के पट बंद कर दिए जाते हैं। अब इन अलग-अलग पहर में होने वाली आरतियों के लिए अलग-अलग पुजारी होंगे। अब ट्रेनी पुजारी भी सहायक पुजारियों की तरह ही अपनी सेवा देंगे।
Dress code Changed: सहायक पुजारी को मिलता 32 हजार वेतन
यहां सहायक पुजारियों को हर माह 32 हजार वेतन दिए जाते हैं। मंदिर में अभी एक मुख्य पुजारी के साथ 4 सहायक पुजारी हैं। हर सहायक पुजारी के साथ 5 ट्रेनी पुजारी भी सेवारत हैं। सुबह 3.30 बजे से रात 11 बजे तक हर पांच घंटे में पुजारियों की टीम बदल जाती थी। इसके साथ ही नए नियम के अनुसार, रामलला की भोग आरती अब दोपहर 12 बजे, संध्या आरती शाम 7.30 बजे और भोग आरती 8 बजे होगी।
रात 10 बजे शयन आरती के बाद गर्भगृह का पट बंद कर दिए जाएंगे। हर पहर की आरती में अब अलग-अलग पुजारी होंगे। ट्रेनी पुजारियों का रविवार को होने वाला दीक्षांत समारोह भी स्थगित कर दिया गया है। अब यह जुलाई के पहले सप्ताह में होगा। इसके बाद वह सहायक पुजारी की तरह अपनी सेवाएं देंगे।
Read also:- अमरनाथ यात्रा शुरू, तीर्थ यात्रियों का जत्था बालटाल व पहलगाम से रवाना